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    पत्नी से कहा था मेरा खाना मत बनाना खाकर आऊंगा... बदमाशों की गोली से गाजियाबाद में बलिदान हुए सिपाही सौरभ की आखिरी बात

    सौरभ जो गाजियाबाद में बदमाशों की फायरिंग में शहीद हो गए ने घटना से कुछ समय पहले ही अपनी पत्नी से बात की थी और खाने के लिए मना किया था। 2017 में यूपी पुलिस में भर्ती हुए सौरभ की शहादत की खबर से गांव में शोक की लहर है। पुलिस और परिजन अंतिम संस्कार की तैयारी में जुटे हैं। सौरभ के परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

    By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Mon, 26 May 2025 11:53 AM (IST)
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    पीली शर्ट में बलिदान हुए सिपाही सौरभ की फाइल फोटो।

    जागरण संवाददाता, शामली। गाजियाबाद में बदमाशों की फायरिंग के दौरान बलिदानी हुए यूपी पुलिस के सिपाही सौरभ ने कुछ देर पहले ही अपनी पत्नी से बातचीत की थी। पत्नी को कहा था कि आज मेरा खाना मत बनाना मैं खाकर ही आऊंगा। बलिदानी होने सूचना मिलने के बाद पूरे गांव में कोहराम मचा हुआ है।

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    शामली के गांव बधेव कानुखेडा के निवासी उत्तम कुमार के दो पुत्र रजत और सौरभ है। बड़ा बेटा रजत अपने पिता के साथ गांव में रहकर ही खेती करता है। जबकि सौरभ का चयन साल 2017 में यूपी पुलिस में हो गया था। सौरभ ने हाईस्कूल की पढ़ाई शहर के सेंट फ्रांसिस स्कूल और इंटर की पढ़ाई शहर के सिल्वर बेल्स स्कूल से की थी। सौरभ के बलिदान होने के बाद गांव में कोहराम मचा हुआ है। बड़ी संख्या में ग्रामीण सौरभ के घर पहुंचे हैं। पिता उत्तम कुमार ने तीन दिन पहले सौरभ से बातचीत की थी। जबकि भाई रजत ने रविवार में ही शाम बात की थी। स्वजन ने बताया कि घटना से कुछ देर पहले ही सौरभ की पत्नी आयुषी ने कॉल कर खाने की बात पूछी थी तो सौरभ ने कहा कि आज मेरा खाना मत बनाना मैं खाकर आऊंगा। इसके बाद कोई बातचीत नहीं हुई। कुछ देर बाद सूचना मिली कि गोली लगने के कारण सौरभ बलिदानी हो गया है।

    शाम को होगा अंतिम संस्कार, पुलिस ने शुरू की तैयारी

    सौरभ का शव पोस्टमार्टम के लिए गया है। शाम को शव गांव में लाया जाएगा। शामली पुलिस और स्वजन ने अंतिम संस्कार के लिए तैयारी शुरू कर दी। उधर सौरभ का बड़ा भाई रजत समेत अन्य स्वजन गाजियाबाद गए हुए है।