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    रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं, बचाव की गाइडलाइन का करें पालन

    By JagranEdited By:
    Updated: Wed, 23 Jun 2021 11:14 PM (IST)

    रोग प्रतिरोधक क्षमता के प्रति लंबे समय से सजग हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का पालन न करें। हमें हर स्तर पर गंभीरता बरतने की जरूरत है। यह कहना है चिकित्सक डा. दीपक कुमार का।

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    रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं, बचाव की गाइडलाइन का करें पालन

    शामली, जागरण टीम। रोग प्रतिरोधक क्षमता के प्रति लंबे समय से सजग हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का पालन न करें। हमें हर स्तर पर गंभीरता बरतने की जरूरत है। यह कहना है चिकित्सक डा. दीपक कुमार का।

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    चिकित्सक का कहना है कि कोरोनाकाल को डेढ़ साल होने वाला है। पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर का प्रकोप बेहद अधिक रहा। अब तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। कोरोना खत्म नहीं हुआ है और इसलिए सावधानी बहुत जरूरी है। अब सबकुछ खुला है और बाजारों से लेकर हर जगह भीड़ नजर आ रही है। ऐसे में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ा है। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर रखने के लिए भी सजग रहें और सावधानी भी बरतें। खानपान को ठीक रखें, फास्ट फूड से दूरी बनाएं और व्यायाम भी करें। मास्क लगाने में भी सावधानी बरतें। मास्क की बाहरी सतह को हाथ न लगाएं। किसी कारण से लगाना पड़ रहा है तो पहले और बाद में हाथों को अच्छे से धोएं। भीड़ में जाने से बचें। शुगर, हृदय, रक्तचाप और सांस आदि के मरीज अपनी दवा नियमित रूप से लेते रहें। बेवजह घर से बाहर न जाएं। वैक्सीन बहुत जरूरी है। दोनों डोज लगने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और संक्रमण होता भी है तो गंभीरता का खतरा बेहद रहता है।

    एंटी रैबीज के लगाए टीके

    संवाद सूत्र, कैराना : आवारा जानवरों के हमले में घायल लोगों को एंटी रैबीज के टीके लगाए गए।

    बुधवार को नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से कैंप का आयोजन किया गया। इस दौरान आवारा जानवरों के हमले में घायल दर्जनों मरीज पहुंचे, जिन्हें एंटी रैबीज के टीके लगाए गए और आवारा जानवरों से बचने की सलाह दी गई।