पूजा-पाठ में हुई देरी तो पड़ोसी के साथ बाइक पर निकले कॉलेज, कंबाइन में कुचलने से भाई-बहन की मौत
शाहजहांपुर में कॉलेज जा रहे भाई-बहन को कंबाइन ने कुचल दिया जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। पिता को देरी होने के कारण पड़ोसी उन्हें बाइक से छोड़ने जा रहा था। ओवरटेक करते समय बाइक अनियंत्रित हो गई और यह दर्दनाक हादसा हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर । कालेज जा रहे बाइक सवार भाई-बहन को शुक्रवार सुबह कंबाइन ने कुचल दिया जिससे दोनों की मौके पर ही मृत्यु हो गई। जबकि बाइक चला रहा उनका पड़ोसी युवक व एक साइकिल सवार छात्रा बाल-बाल बच गई।
हादसे के बाद आरोपित चालक कंबाइन छोड़कर भाग गया। सेहरामऊ दक्षिणी क्षेत्र के पंचोली गांव निवासी 18 वर्षीय कुंदन मिश्रा मिर्जापुर क्षेत्र के एक कालेज में बीएससी में पढ़तेे थे। उनकी 16 वर्षीय बहन नमामि मिश्रा क्षेत्र के मलिखान सिंह मेमोरियल इंटर कालेज में दसवीं की छात्रा थीं। दोनों को उनके पिता श्रीनिवास मिश्रा बाइक से कालेज छोड़ने जाते थे।
बाइक से कॉलेज छोड़ने को कहा
शुक्रवार को श्रीनिवास को पूजा पाठ में देरी हो गई। जिस वजह से पड़ोसी हरिप्रसाद ने दोनों को बाइक से कालेज तक छोड़ने के लिए कहा। उस क्षेत्र में हरिप्रसाद का भी कुछ काम था। एक ही बाइक पर तीनों लोग जा रहे थे। गांव से करीब दो किमी दूर मंदसौरपुर गांव के पास कंबाइन को ओवरटेक करते समय बाइक अनियंत्रित हो गई। जिससे पीछे बैठे कुंदन व नमामि कंबाइन वाली साइड में गिर गए।
कुंदन के सिर व नमामि के पैरों के ऊपर से पहिया निकल गया जिससे दोनों की मौके पर ही मृत्यु हो गई। जबकि हरिप्रसाद दूरी तरफ खेत में जा गिरे जबकि पास से निकल रही गांव की छात्रा ज्योति भी बाल-बाल बच गई। ज्योति ने कुंदन के स्वजन को हादसे के बारे में बताया। चालक कंबाइन छोड़कर खेतों में भाग गया।
हादसे के बाद पंचोली गांव समेत आस-पास के कई गांवों के लोग घटना स्थल पर पहुंच गए। श्रीनिवास के छह बच्चों में कुंदन चौथे जबकि नमामि सबसे छोटी थी।विधायक अरविंद सिंह ने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर श्रीनिवास व उनके स्वजन को ढांढस बंधाया। भरोसा दिया कि कंबाइन चालक के विरुद्ध कार्रवाई कराई जाएगी। एसओ उमेश मिश्रा ने बताया कि तहरीर के आधार पर प्राथमिकी पंजीकृत की जाएगी। चालक को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
चिकित्सा क्षेत्र में जाना चाह रहे थे कुंदन
श्रीनिवास ने बताया कि बेटा चिकित्सा क्षेत्र में जाना चाह रहा था। जिस वजह से पढ़ाई में मेहनत भी खूब कर रहा था। श्रीनिवास का बड़ा बेटा संतन मिश्रा उत्तराखंड में किसी कंपनी में काम करता है। जबकि चंदन लुधियाना, तीसरे नंबर का बेटा बंधन उत्तराखंड में काम करता है। बड़ी बेटी शीतल घर पर ही रहती है।
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