शाहजहांपुर में रिश्तेदार की घिनौनी करतूत: दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग ने दिया बेटे को जन्म, जेल में बंद है आरोपित
शाहजहांपुर में एक नाबालिग लड़की से रिश्तेदार द्वारा दुष्कर्म का मामला सामने आया है। मानसिक रूप से कमजोर 16 वर्षीय पीड़िता के साथ रिश्तेदार ने कई बार दुष्कर्म किया। गर्भवती होने पर पीड़िता ने बच्चे को जन्म दिया जिसे उसकी मां ने फेंकने की कोशिश की लेकिन अस्पताल कर्मचारियों ने बचा लिया। आरोपी रिश्तेदार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। उम्र भले ही 16 वर्ष हो गई थी, लेकिन उसकी मानसिक स्थिति बच्चों की तरह थी। अच्छे बुरे की बहुत समझ तो नहीं थी, लेकिन भावनात्मक रिश्तों को खूब समझती थी। कोई भी अपनेपन से बात करता तो उस पर भरोसा कर लेती थी।
जिसका फायदा रिश्तेदार ने उठाया। उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया, लेकिन वह नामसझ घरवालों को भी कुछ न बता सकी। तीन माह पूर्व जब शारीरिक संरचना में परिवर्तन दिखा तो मां को शक हुआ। चिकित्सक ने छह माह के गर्भ की पुष्टि की।
पीड़िता ने बेटे काे दिया जन्म
समय अधिक होने के कारण गर्भपात संभव न था। ऐसे में शुक्रवार को अस्पताल में पीड़िता ने बेटे को जन्म दिया। मां ने नवजात को फेंकने का प्रयास किया, लेकिन स्टाफ ने बचा लिया। बच्चे को इनक्यूबेटर मशीन में रखने के साथ ही पुलिसकर्मी की ड्यूटी लगा दी गई है। मदनापुर क्षेत्र के एक गांव महिला ने बताया कि पति का निधन हो चुका है। चार बेटों व मानसिक रूप से परेशान नाबालिग बेटी के साथ घर पर रहती है।
घर आता था एक रिश्तेदार
एक रिश्तेदार अक्सर घर आता था। बेटी की देखभाल के बहाने घंटों पास बैठा रहता था। उन्हें भी कभी कोई शक नहीं हुआ। जिसका फायदा उठाकर आरोपित ने बेटी के साथ कई बार दुष्कर्म किया। जून में जब बेटी के शरीर की बनावट में अंतर दिखा तो जांच कराई, जिसमें पता चला कि वह गर्भवती है। बेटी से जब पूछा तो बामुश्किल वह अपने साथ हुए कृत्य के बारे में बता सकी।
पुलिस ने आरोपित को भेजा था जेल
23 जून को आरोपित के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई, जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया। बेटी के पेट में पल रहे गर्भ को गिराने के लिए चिकित्सक से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने समय अधिक होने के कारण मना कर दिया। गांव में लोग ताने देने लगे तो वह बेटी को लेकर वह तिलहर क्षेत्र में पहुंच गईं। वहां एक धार्मिक स्थल के परिसर में आश्रय लिया। ग्रामीण ही दोनों को भोजन उपलब्ध कराते थे।
महिलाने नवजात को फेंकने का प्रयास किया
रात प्रसव पीड़ा होने पर बेटी को अस्पताल लेकर आई तो वहां उसने बेटे को जन्म दिया। महिला ने नवजात को अस्पताल के बाहर लाकर फेंकने का प्रयास किया, लेकिन स्वास्थ्यकर्मियों की नजर पड़ गई। उससे बच्चा लेकर इनक्यूबेटर मशीन में रख दिया।
प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि चाइल्ड लाइन टीम को सूचना दे दी है। किशोरी की स्थिति को देखते हुए बच्चे को टीम के सुपुर्द किया जाएगा।
बच्चे की हालत अभी नाजुक है, जब तक वह पूरी तरह स्वस्थ नही हो जाता उसे अस्पताल में ही रखा जाएगा। उसके बाद चाइल्ड हेल्पलाइन संस्था के सुपुर्द किया जाएगा। वहां से आगे निर्णय लिया जाएगा। किशोरी की स्थित सामान्य है।
डा. ओमेंद्र राठौर, चिकित्सा अधीक्षक तिलहर सामुदायिक स्वास्थ्य
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