बांधों से छोड़े जा रहे पानी की वजह से उफान पर चारों नदियां, तेजी बढ़ रहा जलस्तर
शाहजहांपुर में बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण नदियों में जलस्तर बढ़ रहा है। गर्रा नदी में दियूनी बांध से भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया है जिससे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।कठना और खन्नौत नदियों में भी जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।प्रशासन प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी कर रहा है।

जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर । बांधों से छोड़े जा रहे पानी के कारण सभी नदियां उफनाने लगी हैं। दियूनी बांध से गर्रा में मंगलवार रात से बुधवार दोपहर तक एक लाख 17 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया। इसका प्रभाव दो दिन बाद यहां दिखेगा, लेकिन पूर्व में छोड़े गए पानी के यहां पहुंचने के कारण जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है।
ककरा स्थित जैव विविधता पार्क में जलभराव हो गया है। जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने प्रभावित होने वाले क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए। गर्रा नदी में दियूनी बांध से पानी छोड़ा जाता है, जिसका प्रभाव यहां पर 75 घंटे के बाद आता है। नदी शहर के बड़े भाग से होकर निकली है, ऐसे में इसमें बाढ़ आने से बड़ी आबादी प्रभावित होती है।
दियूनी बांध में छोड़ा गया 80 हजार क्यूसेक पानी
गत पांच दिनों में दियूनी बांध से एक लाख 80 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा चुका है, जिस कारण गर्रा का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। सोमवार रात नदी में छह घंटे में 54 हजार 120 क्यूसेक पानी गर्रा नदी में छोड़ा गया। जबकि मंगलवार पूर्वाह्न 11 बजे 48 हजार 58 क्यूसेक पानी पास किया गया।
कठना नदी से 17 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इस पानी का प्रभाव शनिवार तक आने की संभावना है। वर्तमान में नदी खतरे के निशान 148.80 से नीचे 147.60 मीटर पर बह रही है। इसमें चार फीट जलस्तर और बढ़ेगा, जिससे नदी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच जाएगी।
खन्नौत में भी हो रही जल वृद्धि
खन्नौत नदी के कैचमेंट एरिया में वर्षा होने के कारण लोधीपुर पुल पर भी खन्नौत नदी का जलस्तर लगभग खतरे के निशान 145.75 तक पहुंचने की संभावना है। नदी का जलस्तर 144.70 मीटर रिकार्ड किया गया है। पार्षद रुपेश वर्मा ने नदी किनारे रह रहे लोगों को घरों से निकालकर उन्हें आश्रय स्थल पर पहुंचवाया। उन्होंने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
कहा कि अगर पानी घरों के पास तक आता है तो तत्काल बाहर निकलकर सुरक्षित स्थान पर जाएं। उन्हें या प्रशासन को भी जानकारी दें। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की दिक्कत होने पर तत्काल बताएं। ताकि मदद कराई जा सके।
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