थार, लग्जरी बाइक्स और 69 लैपटॉप: शाहजहांपुर में साइबर ठगों की अय्याशी का अंत, ऐसे फंसाते थे जाल में
शाहजहांपुर में शेयर बाजार के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले MBA गैंग का पर्दाफाश। जलालाबाद में फर्जी कॉल सेंटर चलाकर 10 राज्यों के लोगों को निशाना बन ...और पढ़ें

पुलिस की गिरफ्त में साइबर ठगी के आरोपित
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। शेयर बाजार में आनलाइन निवेश कराकर जलालाबाद में बैठे साइबर अपराधियों ने करोड़ों रुपये की रकम ठग ली। इनके जाल में प्रदेश के साथ ही विभिन्न राज्यों के सैंकड़ों लोग फंसे। एक माह पूर्व कर्नाटक से हुई आनलाइन शिकायत के आधार पर जांच शुरू हुई तो आठ माह से चल रहा फर्जीवाड़ा सामने आ गया।
गिरोह के सरगना सहित छह आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए हैं। इनके पास 69 लैपटाप, 50 से अधिक संदिग्ध सिम, बैंक खाते आदि मिले हैं, जिनका प्रयोग ठगी में किया जा रहा था। साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए बने प्रतिबिंब एप पर पिछले सप्ताह जलालाबाद क्षेत्र में एक मोबाइल नंबर से संदिग्ध गतिविधियां संचालित होने की जानकारी एसपी राजेश द्विवेदी को मिली थी।
उन्होंने जांच कराई तो पता चला कि यह नंबर एक कंपनी एसएलजी डिजी प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर है। एनसीआरपी व समन्वय पोर्टल पर इसे डाला गया तो नंबर पर कर्नाटक के एक व्यक्ति की तीन लाख रुपये की साइबर ठगी की शिकायत दर्ज मिली। संबंधित व्यक्ति ने बताया कि इस नंबर से उनके पास एक माह पूर्व काल आई थी।
काल करने वाले ने कहा था कि अगर वह उसकी ग्लोबल ट्रेड कम्पनी के माध्यम से स्टाक मार्केट में निवेश करेंगे तो तीन गुणा अधिक लाभ पाएंगे। एक लिंक भेजकर उन्हें ग्लोबल ट्रेड एपीके फाइल डाउनलोड कराई गई। उसके बाद क्यूआर कोड भेजा, जिसे स्कैन करके रुपये भेजने के लिए कहा।
कुछ दिन बाद उनके खाते में लाभ दिखने लगा, लेकिन जब निकासी करनी चाही तो खाता बंद कर दिया गया। इसके बाद उसी नंबर से उनके पास दोबारा काल आई। काल करने वाले ने कहा कि वह इससे अधिक लाभ दिला सकता है इसके लिए और रुपये निवेश करने होंगे। तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने साइबर क्राइम वेबसाइट पर शिकायत दर्ज कराई।
जांच शुरू हुई तो यह नंबर खंडहर रोड पर एसएलजी प्राइवेट लिमिटेड के नाम पंजीकृत मिला। मौके पर टीम पहुंची तो वहां फर्जी काल सेंटर चल रहा था। मौके पर लगभग 12 कर्मचारी काम करते मिले। मौके से आजादनगर निवासी टिंकल गुप्ता, दयाल नगर निवासी दीपांशु, प्रांजल सक्सेना उर्फ पुलकित उसका भाई निहाल सक्सेना, रेनुका धाम निवासी सिद्धान्त मिश्रा व महाजनान निवासी रोहित राठौर को गिरफ्तार कर लिया गया।
एमबीए पास टिंकल गिरोह का सरगना है। आरोपितों ने बताया कि वे लोग 77 डाटा नेट वेबसाइट से पांच हजार रुपये मे एक हजार लोगों के मोबाइल नंबर लेते थे। इनमें से दूसरे जनपद व राज्यों के नंबरों के लोगों को कंपनी के नंबर से काल करते थे। लोगों को पहले तो शेयर बाजार में निवेश के लिए राजी करते।
इसके बाद अधिक मुनाफे के नाम पर ग्लोबल ट्रेड कंपनी में रुपये लगाने को कहते थे। इसके बाद ग्लोबल ट्रेड एप व क्यूआर कोड वाटससप व मेल के माध्यम से भेजते थे। लिंक भेजकर फाइल डाउनलोड कराई जाती थी। निवेश की रकम क्यूआर कोड से ली जाती थी। संबंधित के खाते में लाभ दिखाते रहते थे। टिंकल गुप्ता, विमल गुप्ता व अन्य कर्मचारी डाटा बदलते रहते थे।
जब संबंधित व्यक्ति लाभ की रकम निकालने को कहता तो उसका खाता बंद कर देते। इसके बाद उससे और अधिक रुपये मंगवाते, जिसे अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर देते थे। कंपनी के नाम पर 50 से अधिक सिम पंजीकृत मिले हैं, जिनसे लोगों को काल की जाती थीं। 13 बैंक खातों का प्रयोग होता था।
एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि इन नंबर व खातों को साइबर क्राइम एनसीआरपी पोर्टल व समन्वय पोर्टल पर सर्च किया गया तो दिल्ली, गुजरात, बिहार, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान आदि से बड़ी संख्या में शिकायतें दर्ज मिलीं। इन सभी से संपर्क करके ठगी गई रकम का ब्योरा जुटाने का प्रयास किया जा रहा है।
आरोपितों के पास 69 लैपटाप, थार कार, चार पावर बाइक, क्यूआर कोड, यूपीएस, प्रिंटर, माउस, दस मोबाइल फोन, चार वाइफाइ, 26 नये व दस प्रयोग किए गए सिम आदि बरामद हुए हैं। उन्होंने टीम को 25 हजार रुपये इनाम की घोषणा की है।

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