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    महिला का शव रखकर लगाया जाम तो पुलिस ने मायके वालों पर चलाईं लाठियां, बाइक से गिरकर हुई थी मौत

    Updated: Sat, 25 Oct 2025 06:48 AM (IST)

    एक महिला के शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन कर रहे मायके वालों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। परिवार वाले इंसाफ की मांग कर रहे थे और उन्होंने सड़क जाम कर दिया था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए बल प्रयोग किया।

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    जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। भैया दूज पर मायके आईं फर्रुखाबाद निवासी महिमा की गुरुवार रात कांट में बाइक से गिरकर मृत्यु हो गई। पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार शाम शव को घर ले जाते समय मायके वालों ने गांव के पास सड़क पर जाम लगा दिया और दामाद पर हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग करने लगे।

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    एक घंटे तक उन्हें समझाने में नाकाम रहे पुलिसकर्मियों ने मृतका के स्वजन व ग्रामीणों पर लाठियां चलाना शुरू कर दीं, जिससे अफरा तफरी मच गई। गुस्साए लोगों ने महाराणा प्रताप चौक पर जाम लगा दिया। दो घंटे बाद पहुंचे सीओ ने लाठियां फटकारकर भीड़ को हटाया और शव को गांव भिजवा दिया।

    फर्रुखाबाद के शमशाबाद क्षेत्र के साधाै सराय गांव निवासी अर्जुन गुरुवार को पत्नी महिमा को लेकर ससुराल जलालाबाद के एतमादपुर गांव आया था। यहां बड़े भाई अवधेश के टीका करने के बाद महिमा सेहरामऊ दक्षिणी स्थित ननिहाल में रह रहे छोटे भाई सियानंद के टीका करने जा रही थीं।

    रास्ते में कांट के पास बाइक से गिरकर घायल हो गईं। उनको मेडिकल कालेज ले जाया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई। मृतका के चाचा रक्षपाल व अन्य स्वजन ने दामाद अर्जुन पर महिमा को चलती बाइक से गिराकर मार डालने का आरोप लगाया। जिसको लेकर उन लोगों की नोकझोंक भी हुई।

    अर्जुन का कहना था कि हैंडबैग बाइक के पहिये में फंसने से पत्नी की गिरकर मृत्यु हुई। वह स्वयं उसको लेकर मेडिकल कालेज गया था। शुक्रवार शाम साढ़े पांच बजे पोस्टमार्टम के बाद वापस जाते समय मायके वाले ने गांव के मोड़ पर शव रखकर जाम लगा दिया और दामाद पर कार्रवाई की मांग करने लगे। पुलिस पहुंची और उन लोगों को समझाने का प्रयास किया। जब वे लोग नहीं माने तो लाठियां चलाना शुरू कर दीं।

    कई लोगों को दौड़ाकर पीटा। इससे नाराज स्वजन साढ़े छह बजे वहां से दो सौ मीटर दूर महाराणा प्रताप चौराहा पहुंच गए और शव रखकर जाम लगा दिया। जिससे बरेली, फर्रुखाबाद, बदायूं व शाहजहांपुर मार्ग पर यातायात बाधित हो गया। दो घंटे बाद सीओ अजय राय ने पहुंचे तो अर्जुन के विरुद्ध मृतका के भाई अवधेश की ओर से दहेज की मांग पूरी न होने के आरोप में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई, लेकिन जाम लगाए लोगों ने लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने व डीएम को मौके पर बुलाने की मांग शुरू कर दी।

    उनका कहना था कि लाठी लगने से महिमा के पिता महेश व अन्य लोगों को चोटें आईं हैं। जिस पर पुलिस ने लाठी फटकाकर भीड़ को हटाया और शव को पिकअप में रखवाकर गांव भिजवाया।

    पुलिस की रही लापरवाही

    पूरे मामले में पुलिस ने लापरवाही बरती। एक घंटे तक जाम लगा रहा, लेकिन सीओ मौके पर नहीं आए। पुलिसकर्मियों ने धैर्य से काम लेने की बजाय लाठी चला दी। जब सीओ दोबारा जाम लगने पर पहुंचे तो उन्होंने भी भीड़ को खदेड़ा। अगर पहले ही समय से पहुंच जाते तो शायद स्थिति इतनी न बिगड़ती।

    यह लगाया आरोप

    महिमा की शादी इसी वर्ष 22 फरवरी को अर्जुन से हुई थी। चाचा रक्षपाल ने बताया कि भतीजी जब मायके में अपनी सहेलियों के पास बैठी थी तो अर्जुन ने शराब के नशे में उसकी चोटी पकड़कर पिटाई कर दी थी। जिस पर उन लोगों ने नाराजगी जतायी थी। कुछ देर बाद जब वे दोनों सेहरामऊ जा रहे थे तो अर्जुन ने फिर से महिमा को पीट दिया। इसके बाद कांट में चलती बाइक से धक्का दे दिया जिससे उसकी मृत्यु हो गई।

    वाहनों की लगी लंबी कतार

    जाम के कारण शाहजहांपुर, बरेली, बदायूं व फर्रुखाबाद जाने वाले वाहन फंस गए। मुख्य मार्ग होने के कारण लंबी कतारे लग गईं। जाम खुलने के बाद यातायात बहाल करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।

    महिला की हादसे में मृत्यु हुई थी। मायके वाले दहेज के लिए हत्या का आरोप लगा रहे थे। जिसकी प्राथमिकी दर्ज कर ली है। इस मामले में मृतका के परिवार के साथ कुछ लोग जाम लगाकर मामले को तूल रहे थे, जिनको पुलिस ने हटाया है। लाठीचार्ज नहीं किया गया।

    -राजेश द्विवेदी, एसपी