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    Shahjahanpur News: बाघ के पिंजरे में फंस गया तेंदुआ, टाइगर के न पकड़े जाने से दहशत में हैं गांव वाले

    शाहजहांपुर के खुटार क्षेत्र में बाघ को पकड़ने के लिए लगाए गए पिंजरे में एक गुलदार फंस गया। वन विभाग ने गुलदार का मेडिकल परीक्षण कराया जो स्वस्थ पाया गया। उसे पीलीभीत टाइगर रिजर्व या दुधवा पार्क में छोड़ा जाएगा। बाघ की लगातार चहलकदमी से ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। वन विभाग बाघ को पकड़ने का प्रयास कर रहा है लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली है।

    By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Mon, 18 Aug 2025 12:57 PM (IST)
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    वन विभाग के लगाए पिंजरे में कैद हुआ गुलदार।

    जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। लगभग डेढ़ माह से खुटार के गांवों में सक्रिय बाघ को पकड़ने के लिए जो पिंजरा लगाया गया था उसमे सोमवार को गुलदार फंस गया। वन विभाग की टीम ने मेडिकल परीक्षण कराया जिसमें पूरी तरह से स्वस्थ पाया गया। उसको पीलीभीत टाइगर रिजर्व या दुधवा पार्क में छोड़ा जाएगा।

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    खुटार के चांदपुर व उसके आसपास के गांवों में करीब डेढ़ माह से बाघ की चहलकदमी देखी जा रही है। इस बीच कई पशुओं को वह अपना निवाला भी बना चुका है।

    गाय और बकरियों को बाघ ने बनाया था निवाला

    आठ जुलाई को कोल्हुगाढ़ा गांव में गाय को बाघ ने अपना निवाला बना लिया था। तीन अगस्त को चांदपुर गांव में लालता प्रसाद और शिवप्रसाद के घर में बंधी बकरियों को खा गया था। 11 अगस्त को चांदपुर गांव के ही निवासी आलोक त्रिवेदी के घर से बछिया को खींचकर ले गया था। लगातार आसपास के गांव में बाघ देखे जाने से लोगों में दहशत बनी हुई थी।

    बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम ने लगाया था पिंजरा

    वन विभाग ने महुआ पिमई और चांदपुर गांव पिंजरा लगाकर बाघ को पकड़ने का प्रयास किया था। सोमवार को पूर्वाह्न लगभग 11 बजे चांदपुर गांव में लगे पिंजरे में गुलदार फंस गया। वन विभाग की टीम पिंजरे को लेकर खीरी के मैलानी स्थित रेंज कार्यालय लेकर चली गई, लेकिन बाघ को अब तक न पकड़ने से ग्रामीण सहमे हुए हैं।

    गुलदार पूरी तरह से है स्वस्थ्य

    वन रेंजर मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि पिंजरे में कैद गुलदार का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। वह पूरी तरह स्वस्थ है। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर उसको टाइगर रिजर्व या दुधवा पार्क में छोड़ा जाएगा।