UP Accident: शाहजहांपुर में पशुओं के झुंड से टकराकर बाइक सवार की मौत, पिता-पुत्र घायल
शाहजहांपुर में वेबर-पीलीभीत राष्ट्रीय राजमार्ग पर बेसहारा पशुओं के झुंड से बाइक टकराने पर हरदोई निवासी सोनेलाल की मौत हो गई जबकि दो अन्य घायल हो गए। घटना जलालाबाद के पास हुई। जिले में बेसहारा पशुओं के कारण लगातार हादसे हो रहे हैं जिसमें कई लोगों की जान जा चुकी है लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। सोनेलाल के नौ बच्चे हैं।

जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। वेबर-पीलीभीत राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोमवार देर रात बेसहारा पशुओं के झुंड से बाइक सवार टकरा गए। हरदोई निवासी व्यक्ति की मृत्यु हो गई, जबकि पिता-पुत्र घायल हो गए। बाइक पर तीन लोग सवार होकर तिलहर से 90 किमी दूर घर हरदोई जा रहे थे। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
हरदोई के हरपालपुर क्षेत्र के गंधेरा गांव निवासी सोनेलाल कई दिनों से तिलहर क्षेत्र के जन्यूरी गांव निवासी अपनी बहन अनीता देवी के घर थे। सोमवार देर रात वह अचानक घर जाने की जिद करने लगे। ऐसे में उनके बहनोई रामतीर्थ 19 वर्षीय बेटे अनुराग बाइक से उन्हें छोड़ने के लिए अपने घर से करीब 90 किमी दूर गंधेरा गांव जा रहे थे।
जलालाबाद क्षेत्र में वेबर-पीलीभीत राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित टोल टैक्स के पास पशुओं के झुंड से उनकी बाइक टकरा गई, जिससे सोनेलाल की मृत्यु हो गई, जबकि पिता-पुत्र घायल हो गए। वहां से निकल रहे लोगों ने पुलिस को घटना के बारे में बताया जिसके बाद दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
कुछ देर बाद सोनेलाल के स्वजन व रिश्तेदार भी जलालाबाद पहुंच गए। जिले में बेसहारा पशुओं की वजह से आये दिन हादसे हो रहे हैं जिनमें लोगों की जान जा रही है। 15 दिन में करीब 15 बेसहारा पशुओं की जान भी जा चुकी है लेकिन उसके बाद भी प्रशासन इसको लेकर ध्यान नहीं दे रहा है।
नौ बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
सोनेलाल के नौ बच्चे सात बेटे व दो बेटियां हैं, जिनके सिर से पिता का साया छिन गया। वे मजदूरी करते थे। आर्थिक स्थिति भी उनकी ठीक नहीं है।
ट्रक निकलने पर सड़क के दोनों साइड में हुए पशु
बताया जा रहा है कि हादसा होने से पहले पशुओं का झुंड सड़क के दूसरी साइड में था। ट्रक निकलने पर यह झुंड दोनों साइडों में हो गया। जिस वजह से बाइक टकरा गई।
19 दिन में 11 से अधिक लोगों की मृत्यु
जिले में 19 दिन में दंपती समेत 11 से अधिक लोगों की बेसहारा पशुओं की वजह से मृत्यु हो चुकी है। रविवार रात तिलहर क्षेत्र में लखनऊ-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर नरसी नगला गांव निवासी वेदपाल व उनके चचेरे भाई सुनील कुमार की सांड़ से बाइक टकरा जाने की वजह से मृत्यु हो गई थी।
जबकि तीन सितंबर को पुवायां क्षेत्र के जनकापुर गांव निवासी दवा विक्रेता दीपू गुप्ता की पशु से टकराकर मृत्यु हो गई थी। 25 अगस्त को पुवायां क्षेत्र के खानपुर गांव निवासी दुर्गेश व उनकी पत्नी राजकुमारी की सांड़ के हमले से मृत्यु हो गई थी।
24 अगस्त को तिलहर के बंथरा के पास कोचिंग संचालक शोभित व छात्र कार्तिकेय की जान चली गई थी। उनकी कार पशुओं को बचाने में अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराकर पलट गई थी।
22 अगस्त को तेहरवीं की दावत खाकर लौट सेहरामऊ दक्षिणी के हसुआ जाजू गांव निवासी छोटेलाल की सांड़ से टकराकर मृत्यु हो गई थी। उसी दिन पुवायां में हुए हादसे में लखीमपुर के मोहम्मदी क्षेत्र के सदियांपुर गांव निवासी अनिल की मृत्यु हो गई थी।
हाईवे पर बेसहारा पशुओं से टकराने की वजह से हादसा हुआ था जिसमें बाइक सवार एक व्यक्ति की मृत्यु हुई। दो लोग घायल हैं जिनका इलाज चल रहा है।
-राजीव तोमर, प्रभारी निरीक्षक जलालाबाद
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