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    Shahjahanpur News: गोदाम में छापा मारने पहुंचे अधिकारी अंदर खाद देखकर रह गए दंग, फौरन लगाई सील

    जिला कृषि अधिकारी ने मोहम्मदी मार्ग स्थित अंकुर गोदाम पर छापा मारा जहां नकली खाद बनाने का सामान मिला। कर्मचारी लाइसेंस नहीं दिखा पाए जिसके बाद गोदाम को सील कर दिया गया। मौके पर उर्वरक निर्माण के उपकरण और विभिन्न ब्रांड के रैपर बरामद हुए। अधिकारी ने बताया कि गोदाम का पंजीकरण नहीं है और पहले भी सील किया जा चुका है।

    By Ambuj Kumar Mishra Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sun, 24 Aug 2025 03:53 PM (IST)
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    जिला कृषि अधिकारी ने मारा गोदाम पर छापा। जागरण

    संवाद सहयोगी, जागरण, रोजा। जिला कृषि अधिकारी विकास किशोर के नेतृत्व में टीम ने मोहम्मदी मार्ग स्थित अंकुर गोदाम में छापा मारा। यहां उर्वरक बनाने का सामान, विभिन्न कंपनियों के रैपर व सफेद पाउडर मिला, लेकिन मौके पर मौजूद कर्मचारी लाइसेंस या कोई अभिलेख नहीं दिखा सके। जिस पर छह नमूने लेते हुए नकली खाद बनाए जाने की आशंका में गोदाम को सील करा दिया।

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    हालांकि कार्रवाई यहीं तक सीमित रही। गोदाम किसका है। इसका संचालन कौन कर रहा था। इस बारे में कृषि अधिकारी ने जानकारी जुटाने की जरूरत नहीं समझी।देर शाम तक वह इसको लेकर अनभिज्ञता जताते रहे।

    मौके पर मौजूद स्टाफ नहीं दिखा सका लाइसेंस, बड़ी मात्रा में उपकरण व कच्चा माल बरामद

    शनिवार दोपहर जिला कृषि अधिकारी विकास किशोर शर्मा जब गोदाम पर पहुंचे तो वहां एक ट्रक से सफेद पाउडर की अनलोडिंग हो रही थी। परिसर में करीब 70 हजार से अधिक खाली बोरी और पैकेट, उर्वरक निर्माण के उपकरण, सिलाई मशीनें और विभिन्न ब्रांड के उर्वरकों के रैपर बरामद किए।

    कृषि अधिकारी ने बताया कि उन्होंने वहां मौजूद कर्मचारियों से जब इस सामग्री के बारे में पूछा तो वे लोग कुछ नहीं बता सके। उन्होंने उर्वरक व रसायन बनाने के भंडारण, खरीद व निर्माण के संबंध में लाइसेंस व अभिलेख मांगा तो वह भी नहीं दिखा सके। जिस पर उन्होंने नायब तहसीलदार निशी सिंह की मौजूदगी में गोदाम को सील कर दिया। जिस ट्रक में सफेद पाउडर था वह उपनिरीक्षक अभिषेक कुमार की सुपुर्दगी में दे दिया।

    जिला कृषि अधिकारी ने नायब तहसीलदार के साथ मारा छापा, मालिक को लेकर बने अनभिज्ञ

    जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि इस गोदाम का कोई भी पंजीकरण नहीं है। प्रारंभिक जांच में लग रहा है कि नकली खाद बनाने का काम हो रहा था। जांच के लिए यहां मिली सामग्री के छह नमूने भेजे गए हैं। इस गोदाम को पूर्व में भी नकली उर्वरक बनाने की आशंका में सील किया जा चुका है। इस गोदाम का संचालन कौन करा रहा था। इस बारे में पूछे जाने पर जिला कृषि अधिकारी विकास किशोर बोले कि उन्हें जानकारी नहीं है।

    यह सामग्री हुई बरामद

    मार्बल पाउडर की 336 बोरी, 10 किलो जाइम की खाली बाल्टियां, दो सिलाई मशीनें, 639 खाली बोरी, काले रंग की दानेदार सामग्री - 432 बोरी, आर्गेनिक मैन्योर पैकिंग के लिए 135 पैकेट, एक किलो के 413 पैकेट, मल्फेट फ्यूरी'' के 25 हजार रैपर, पावर माइक्रो के 20 हजार पैकेट, एसिड पोटाश फ्लूविक के 15 हजार खाली रैपर, एक आटोमेटिक सीलिंग मशीन, चार हजार फेस सल्फेट के खाली रैपर, मोनोर्फिक'' के पांच हजार खाली रैपर व काले दानों की 617 बोरी बरामद हुईं।