आशीष बनकर लिव इन रिलेशनशिप में रह रहा था आसिफ कुरैशी
मतांतरण का मामला ठंडा नहीं पड़ रहा है कि अब जिले के चन्दौसी में भी एक ऐसा मामला आया है जिसमें एक युवक के द्वारा अपना नाम आसिफ कुरैशी के स्थान पर आशीष दर्शाकर किशोरी के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रहा था
जेएनएन, सम्भल: मतांतरण का मामला ठंडा नहीं पड़ रहा है कि अब जिले के चन्दौसी में भी एक ऐसा मामला आया है, जिसमें एक युवक के द्वारा अपना नाम आसिफ कुरैशी के स्थान पर आशीष दर्शाकर किशोरी के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रहा था। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में भेज दिया है जबकि किशोरी को भी बरामद कर मेडिकल परीक्षण और न्यायालय में बयान दर्ज कराने के लिए भेजा जा रहा है।
बहजोई स्थित रिजर्व पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता करते हुए पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र ने बताया कि सात जुलाई को चन्दौसी कोतवाली में एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, जिसमें एक किशोरी के पिता ने दूसरे संप्रदाय के युवक आसिफ कुरैशी मुहल्ला कायस्थान चन्दौसी पर बेटी को अगवा करने का आरोप लगाया गया था। इस मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए किशोरी को बरामद कर लिया है और आरोपित युवक को भी गिरफ्तार कर लिया है। यह दोनों लिव इन रिलेशनशिप में जयपुर के एक मकान में किराए पर रह रहे थे, इनके पास एक इकरारनामा बरामद किया गया है, जिसमें आरोपित आसिफ कुरैशी के द्वारा अपना नाम बदलकर आशीष दर्शाया गया है। अर्थात आरोपित के द्वारा किशोरी के साथ नाम बदलकर धोखा किया गया है। एसपी के मुताबिक बरामद की गई किशोरी को मेडिकल परीक्षण और न्यायालय में बयानों को दर्ज कराने के लिए भेजा जा रहा है जबकि आरोपित को न्यायालय रिमांड के लिए भेजा गया है।
बता दें कि चन्दौसी में एक सप्ताह पूर्व एक किशोरी के पिता के द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि दूसरे संप्रदाय के एक युवक के द्वारा लव जिहाद के जाल में फंसा कर उनकी बेटी को ले जाया गया है इस मामले में पुलिस पर काफी दबाव पड़ रहा था और इसे सांप्रदायिक मामला माना जा रहा था इसके लिए पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र की ओर से विशेष टीमों का गठन करते हुए जल्द पर्दाफाश करने के निर्देश दिए गए थे। बरामद करने वाली टीम को मिला पांच हजार का इनाम
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में किशोरी को बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम को पांच हजार के इनाम की घोषणा की गई है। साथ ही जिले में जितने भी मामले किशोरियों के बहला-फुसलाकर ले जाने के संबंध में चल रहे हैं। उनमें त्वरित कार्रवाई और उनकी त्वरित बरामदगी के लिए एसओजी और सर्विलांस की टीम को लगाया गया है। बढ़ते मामलों और त्योहारों को लेकर ऐसे मामले संवेदनशील माने जा रहे हैं।