डॉ. रवि मोहन को आज मिलेगा शाहजहांपुर गौरव सम्मान
शाहजहांपुर : कर्म उनके लिए पूजा है, इंसानियत सबसे बड़ा धर्म। किसी का दर्द उनसे देखा नहीं जाता। यही का ...और पढ़ें

शाहजहांपुर : कर्म उनके लिए पूजा है, इंसानियत सबसे बड़ा धर्म। किसी का दर्द उनसे देखा नहीं जाता। यही कारण था कि उन्होंने उस क्षेत्र में कॅरियर चुना जिसमें वह लोगों का दर्द दूर कर सकें। हम बात कर रहे हैं शहर के होम्योपैथ चिकित्सक डॉ. रवि मोहन की। वह न सिर्फ लोगों की तकलीफ दूर कर रहे हैं, बल्कि उनका दुख भी बांट रहे हैं। चौक मुहल्ला निवासी डॉ. रवि मोहन ने 25 वर्ष पहले क्लीनिक शुरू किया था।
खास बात है कि कोई भी जरूरतमंद उनके पास पहुंच जाए, उसकी मदद करते हैं। डाक्टरी उनका पेशा है, पर वह कई ऐसे मरीजों को मुफ्त में इलाज करते हैं जो दवा का खर्च उठाने में अक्षम हैं। आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को स्कूलों में प्रवेश दिलाने की बात हो या उनकी स्कूल की फीस और स्टेशनरी का खर्च देने की। अक्षम लोगों को धार्मिक यात्राएं कराने के साथ-साथ समाज के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन बिना शोर शराबे के कर रहे हैं।
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जन्मस्थली लखनऊ, कर्मक्षेत्र शाहजहांपुर
26 जनवरी 1966 को लखनऊ में जन्मे डॉ. रवि मोहन की प्रारंभिक शिक्षा वहीं हुई। उसके बाद परिवार शाहजहांपुर के चौक मुहल्ले में आ गया। पिता राममोहन रस्तोगी व माता ज्योत्सना रस्तोगी के पुत्र डॉ. रवि मोहन ने जनता इंटर कालेज से हाईस्कूल पास किया। एबी रिच इंटर कालेज से इंटर व जीएफ डिग्री कालेज से बीएएसी की परीक्षा उत्तीर्ण की। मुरादाबाद के केजीके कालेज से बीएचएमएस व पंजाब के फरीदकोट स्थित बाबा फरीद यूनिवर्सिटी से एमडी की डिग्री ली।
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फिल्मी सितारों का भी किया इलाज
डॉ. रवि मोहन को युवाओं की काउंस¨लग में महारत है। उनके पास शाहजहांपुर ही नहीं बल्कि देश के विभिन्न राज्यों के जिलों से मरीज दवा लेने आते हैं। उन्होंने कई जानी मानी हस्तियों का इलाज किया। जिनमें फिल्म अभिनेत्री रेखा, सरोज खान, सतीश कौशिक, राजपाल यादव आदि शामिल हैं। काबिलियत ही है कि ओसीएफ व छावनी परिषद के अस्पतालों के साथ-साथ वह सेना के अस्पतालों में भी चिकित्सीय सेवाएं दे रहे हैं।
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मिल चुके हैं कई सम्मान
डॉ. रवि मोहन को उनके इन्हीं कार्यों के आधार पर 1995 में जनपद अलंकरण समारोह, 2001 में ज्योति कलश सम्मान, 2002 में जयभारत अलंकरण सम्मान, 2014 अरबी फारसी मदारिस एसोसिएशन से सम्मान व 2015 में खानकाह-ए- आलिया कादरिया शमसिया शरीफ से सम्मान मिला। 2015 में भारत सरकार के आयुष मंत्री श्रीपद नाइक से प्रथम आयुष रत्न व 2017 केजीएमयू लखनऊ से सम्मान मिला डा. रवि मोहन कहते हैं कि समाज के निर्बल वर्ग के लोगों की सेवा भगवान की पूजा से कम नहीं है।

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