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    यूपी में इन स्कूलों में लटक सकता है ताला, शिक्षा विभाग ने क्लियर कट कर दी ये घोषणा

    Updated: Tue, 08 Jul 2025 09:16 PM (IST)

    संतकबीरनगर में बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों पर शिक्षा विभाग सख्त हो गया है। इन स्कूलों में मनमाने ढंग से कक्षाएं चल रही थीं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि यू-डायस कोड वाले स्कूलों में ही नामांकन कराएं जिससे छात्रों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। अमान्य स्कूलों के छात्रों को दूसरे स्कूलों में दाखिला दिलाने के निर्देश दिए गए हैं।

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    गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों पर कसेगी नकेल, होगी सख्त कार्रवाई

    जागरण संवाददाता, संतकबीरनगर। जनपद में बिना मान्यता और पंजीकरण के संचालित हो रहे स्कूलों पर अब शिक्षा विभाग सख्त रुख अपनाने जा रहा है। इन अमान्य विद्यालयों में मनमाने ढंग से कक्षाएं संचालित की जा रही थीं। ऐसे विद्यालयों पर कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी गई है।   बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा सघन जांच और जनजागरूकता के माध्यम से इन्हें बंद कराने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।

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    हर स्कूल को होना चाहिए यू-डायस कोडयुक्त

    जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) अमित कुमार सिंह ने बताया कि प्रत्येक मान्यता प्राप्त विद्यालय को यू-डायस (U-DISE) कोड जारी किया जाता है। यह कोड न होने वाले विद्यालयों को बंद किया जाएगा और उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी।

    पिछले सत्र में कुछ बच्चों की अपार (आटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक रजिस्ट्री) आईडी नहीं बन पाने के कारण उनका नामांकन दूसरे विद्यालयों या अन्य जनपदों में करने में समस्या उत्पन्न हुई थी। ऐसी स्थिति फिर न हो, इसके लिए यू-डायस प्लस पोर्टल पर विद्यालयों का पंजीकरण अनिवार्य किया गया है।

    अभिभावकों को किया जा रहा जागरूक: बीएसए ने कहा कि अभिभावकों को जागरूक किया जा रहा है कि वे अपने बच्चों का नामांकन केवल उन्हीं विद्यालयों में कराएं, जिनका यू-डायस कोड सृजित है। इससे उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ मिलेगा और आगे की पढ़ाई में किसी प्रकार की परेशानी नहीं आएगी।

    विद्यालयों की जांच और डेटा अपलोडिंग के निर्देश

    बीएसए ने बताया सभी निजी विद्यालयों से कहा गया है कि वे अपने यहां नामांकित छात्रों की यूनिक आईडी के साथ पूरी जानकारी पोर्टल पर अपलोड करें। जिन विद्यालयों ने अब तक कोड नहीं बनवाया है, उनकी मान्यता रद्द की जा सकती है। इसके अतिरिक्त, अमान्य विद्यालयों में नामांकित छात्रों को वैकल्पिक विद्यालयों में नामांकन कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सभी खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं।