..तो वर्षा में भारी पड़ेंगे छप्पर के घर
आवास के इंतजार में गरीब परिवार नहीं मिल सका लाभ ...और पढ़ें

संतकबीर नगर : सेमरियावां ब्लाक के लौकी लाला गांव के गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल सका है। इस बार वर्षा के मौसम में छप्पर के घर में रहने वालों को बहुत दिक्कत उठानी पड़ेगी। गांव की आबादी करीब एक हजार है। जिसमें अनुसूचित व पिछड़ी जाति के लोग निवास करते हैं। लंबे समय से गरीब परिवारों को आवास योजना का लाभ मिलने की आस थी, लेकिन अभी तक इनके हिस्से में केवल आश्वासन ही दर्ज है।
वैसे तो प्रतिवर्ष सेमरियावां ब्लाक में सैकड़ों प्रधानमंत्री आवास आवंटित किए जाते हैं। लेकिन लौकी लाला गांव के कई लोग अभी भी आवास की सुविधा से अछूते हैं। इक्का-दुक्का लोगों को आवास मिला भी है लेकिन कई पात्र परिवार अभी भी आवास की आस में छप्पर में गुजर-बसर करने को विवश हैं। गांव की निवासी संगीता पत्नी मोतीलाल का कहना है कि कच्ची मिट्टी की दीवारों पर छप्पर का छत दशकों से मौजूद है। मजदूरी करके जैसे-तैसे गुजर बसर हो रहा है। प्रधानमंत्री आवास का इंतजार लंबे समय से है लेकिन अभी तक हमें आवास नहीं मिल सका है। इसी गांव की सुशीला कहती हैं कि कहने के लिए तो घर मौजूद है लेकिन इसकी दीवारें हवा के झोंके से हिल जाती हैं। छप्पर की छत आज भी हमारे हिस्से में दर्ज है। कई बार ग्राम प्रधान से लेकर अधिकारियों के दरवाजे खटखटाए गए लेकिन उम्मीद पूरी नहीं हो सकी। आसपास के गांव के लोगों को प्रधानमंत्री आवास की सुविधा दी गई है लेकिन हम लोग अभी भी आवास की सुविधा से वंचित हैं। इन्द्रमती का कहना है कि आवास के इंतजार में लंबे समय से हम लोग ब्लाक का चक्कर लगा रहे थे लेकिन अधिकारियों को गरीबों के झोपड़ी की कोई फिक्र नहीं है। जब भी आवास की मांग की जाती है तो केवल आश्वासन ही उपलब्ध करा दिया जाता है। इस समय पेट पालना मुश्किल है तो पैसे से घर बनाने के बारे में तो सोच भी नहीं सकते। सेमरियावां के खंड विकास अधिकारी हरिपूजन सिंह का कहना है कि आवंटन लक्ष्य के हिसाब से गरीबों को आवास उपलब्ध कराया जाता है। चालू वित्तीय वर्ष में जो लक्ष्य उपलब्ध होगा उसके हिसाब से इन गरीबों को भी प्राथमिकता के आधार पर आवास उपलब्ध कराया जाएगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।