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    Saryu Water Level: सरयू नदी का जलस्तर स्थिर, आसपास के गांवों के लोग चिंतित

    संत कबीर नगर जिले के धनघटा तहसील क्षेत्र में सरयू नदी का जलस्तर स्थिर होने के बावजूद तटवर्ती गांवों के लोग चिंतित हैं। जलस्तर में उतार-चढ़ाव से बाढ़ और कटान का खतरा बना रहता है। बाढ़ से फसलों को नुकसान होता है और जीविका पर संकट आता है। प्रशासन की टीम स्थिति पर नजर रख रही है।

    By Dilip Pandey Edited By: Shivam Yadav Updated: Mon, 25 Aug 2025 06:51 PM (IST)
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    सरयू नदी का जलस्तर स्थिर, इसके रुख से लोग चिंतित

    जागरण संवाददाता, संतकबीरनगर। धनघटा तहसील क्षेत्र में मंगलवार को सरयू नदी का जलस्तर स्थिर है। इसके रुख से नदी के आसपास के गांवों के लोग चिंतित है। इस नदी के जलस्तर के अचानक बढ़ने पर बाढ़ की नौबत आ जाती है। वहीं, इसके जलस्तर के लगातार घटने पर कटान की समस्या उत्पन्न हो जाती है। तटवर्ती गांव के लोगों की निगाहें इस नदी के जलस्तर पर टिकी रहती हैं।

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    पिछले एक पखवाड़े से सरयू नदी के जलस्तर में काफी उतार और चढ़ाव देखा जा रहा है। सरयू नदी के खतरे का निशान 79.40 मीटर है। गुरुवार को यह जलस्तर 79.05 मीटर पर था, जबकि मंगलवार को शाम के चार बजे इसका जलस्तर 78.90 मीटर पर है। 

    इसके जलस्तर के स्थिर होने से निकटवर्ती गांवों के लोगों ने राहत की सांस ली है। बहरहाल रामपुर-मकदूमपुर बांध और मकदूमपुर-बहराडाडी बांध के बीच पड़रिया, नकहा, नारायनपुर, छपरा, चपरापूर्वी, चकदहा, गुनवतिया, ढोलबजा, गायघाट, खैरगाढ़, धमचिया, कंचनपुर समेत डेढ़ दर्जन गांव के लोग चिंतित हैं। 

    पड़रिया गांव निवासी धनुषधारी ने बताया कि बाढ़ आने के बाद उसके साथ में मिट्टी की परत आ जाती है। जो हमारे धान की फसलों पर बाढ़ के वापस होने पर जम जाती है। जिससे फसलें खराब हो जाती हैं।

    बबुरहनिया गांव के मनोज ने बताया कि बाढ़ की विभीषिका हम लोगों के खरीफ की फसलों को छीन लेती है, जिसकी भरपाई कहीं से भी नहीं हो पाती है। इसके लिए न तो राजस्व विभाग के लोग क्षति का आकलन करने आते हैं और न ही हमारी कोई खोज खबर लेता है। 

    भोतहा गांव के रामस्वरूप, नकहां गांव के मायाराम ने बताया कि हम लोगों की जीविका का मुख्य स्रोत परवल की खेती है। इसमें जब बाढ़ का पानी चला जाता है तो परवल की फसल बर्बाद हो जाती है। जिससे हमारे जीविकोपार्जन में समस्या आने लगती है। 

    इन लोगों का यह भी कहना है कि जो गांव बाढ़ से घिर जाते हैं। उन लोगों को आज भी हाट बाजारों तक पहुंचने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

    सरयू नदी का जलस्तर स्थिर है। इसके जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। तहसील प्रशासन की टीम के अलावा ड्रेनेज खंड के अधिकारी व कर्मचारी भ्रमण कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।

    -जय प्रकाश, एडीएम वित्त एवं राजस्व