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    Sant Kabir Nagar News: दस लाख के लेन-देन में गाेली मारकर की गई थी आयुष की हत्या, पुलिस ने किया खुलासा

    संतकबीर नगर में दस लाख के लेनदेन में आयुष सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने मृतक के तीन साथियों को गिरफ्तार किया जिनसे हथियार बरामद हुए। पूछताछ में पता चला कि पैसे के विवाद में आदर्श शुक्ला ने आयुष को गोली मारी। मृतक प्रापर्टी डीलिंग और सूद का काम करता था और हत्यारोपितों से उसकी कारोबारी दोस्ती थी।

    By Akhilesh Dwivedi Edited By: Vivek Shukla Updated: Wed, 20 Aug 2025 02:06 PM (IST)
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    मृतक आयुष सिंह ने ने मुख्य हत्यारोपित आदर्श शुक्ला को सूद पर दिए थे दस लाख

    जागरण संवाददाता, संतकबीर नगर। सोमवार की रात में दस लाख रुपये के लेनदेन के विवाद में थार में गोली मारकर 24 वर्षीय आयुष सिंह संगम की हत्या की गई थी। बहरहाल पुलिस ने थार में हत्या के समय सवार मृतक के तीनों साथियों को गिरफ्तार कर लिया है।

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    यह हैं शिवम पासवान पुत्र प्रेमचंद निवासी खमरिया थाना कोतवाली खलीलाबाद, आदर्श शुक्ला पुत्र हरिप्रसाद शुक्ला निवासी मरवटिया थाना पुरानी बस्ती तथा सिद्धार्थ सिंह पुत्र विवेकानंद सिंह निवासी अभयपुरा थाना कप्तानगंज। इनकी गिरफ्तारी मंगलवार को मगहर कबीर चौरा के पास से हुई। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त पिस्टल,एक खाली व एक जिंदा कारतूस, थार व तीन मोबाइल फोन बरामद किए हैं।

    पुलिस अधीक्षक संदीप कुमार मीना ने पुलिस लाइन सभागार में प्रेस वार्ता कर घटनाक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कोतवाली थाना क्षेत्र के बड़ी पटखौली निवासी रविप्रकाश सिंह पुत्र राजेन्द्र सिंह की ओर से दिए गए तहरीर में बताया गया कि 18 अगस्त की रात नौ से साढ़े नौ बजे के करीब उनके मोबाइल पर फोन आया कि उनके भतीजे आयुष सिंह संगम पुत्र राघवेंद्र प्रताप सिंह को मलोरना के पास हाईवे पर किसी ने गोली मार दिया। सूचना पर जब वह जिला अस्पताल खलीलाबाद पहुंचे तो डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कर पुलिस टीम जांच पड़ताल में जुट गई।

    पुलिस को गुमराह करने की रची थी साजिश

    पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आयुष सिंह को गोली मारने के बाद थार से ही उसेे लेकर तीनों आरोपित जिला अस्पताल पहुंचे। वाहन से निकालकर घायल युवक को अस्पताल की इमरजेंसी में ले जा रहे थे, तभी सूचना पाकर उसके घर के कई लोग आ गए। भेद खुलने की डर से तीनों आरोपित अस्पताल से भाग गए थे।

    पुलिस ने जांच पड़ताल के आधार पर वारदात में शामिल थार में सवार मृतक के तीनों साथियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान पता चला कि बस्ती निवासी आदर्श शुक्ला जो वर्तमान में खलीलाबाद के इंडस्ट्रियल एरिया में गैरेज और जिम चलाता है, उसे आयुष सिंह ने दो साल पहले दस लाख रुपये दिए थे। जिसमें साढ़े छह लाख उसके खाते में तथा साढ़े तीन लाख रुपये नकद। उसी पैसे को वह बार बार मांग रहा था।

    मलाेरना के पास हाईवे पर खड़ी थार गाड़ी में खानेपीने के दौरान पैसे के लेन देन को लेकर मृतक से आरोपित आदर्श शुक्ला,सिद्धार्थ सिंह, शिवम पासवान विवाद के बीच विवाद होने लगा। मामला गरमाया तो आदर्श शुक्ला ने आयुष सिंह को पिस्टल से गोली मार दिया।

    लोगों को गुमराह करने के लिए शिवम पासवान ने मृतक के किसी करीबी को फोन कर आयुष को किसी के द्वारा गोली मारने की सूचना दी। आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में कोतवाली प्रभारी पंकज कुमार पाण्डेय, .उपनिरीक्षक राजेश दूबे, संजय यादव, अशोक दूबे तथा हेडकांस्टेबल पप्पू सिंह व कांस्टेबल विशाल सिंह शामिल रहे।

    मृतक की थी थार गाड़ी, प्रापर्टी डीलिंग और सूद पर देता था पैसे 

    मृतक आयुष सिंह की जिस थार गाड़ी में हत्या की गई, वह उसी की थी। हाल में ही उसने यह गाड़़ी खरीदी थी। मृतक के पिता खेती किसानी करते हैं। यह सूद पर पैसे चलाता था। चर्चा है इसने मुख्य हत्यारोपित आदर्श शुक्ला को दस लाख रुपये सूद पर ही दिए थे। इसके अलावा इसके द्वारा कई अन्य को इस तरह के पैसे दिए गए थे। मृतक प्रापटी डीलिंग का भी काम करता था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना के जांच पड़ताल के दौरान यह बातें चर्चा में आई हैँ। पुलिस इन सभी बिंदुओं को भी ध्यान में रखकर जांच कर रही है।

    बस्ती एक कार्यक्रम में जाने के लिए जुटे थे चारो दोस्त

    मृतक और हत्यारोपितों की आपस में कारोबारी दोस्ती थी। यह सभी बस्ती में एक कार्यक्रम मेंं जाने के लिए एकत्रित हुए थे। आयुष को गोली मारने वाला आदर्श शुक्ला खलीलाबाद में जिम चलाता है, वह इसका ट्रेनर भी है। उसका दूसरा साथी सिद्धार्थ सिंह बस्ती में जिम चलाता है। घटना के दिन सिद्धार्थ बस्ती से यहां पर आदर्श से मिलने आया था फिर शाम को कार्यक्रम में साथ जाने के लिए रूक गया।