खुले विद्यालय, उत्साह के साथ पहुंचे बच्चे
बीएसए बीईओ ने किया निरीक्षण पहले दिन कम रही उपस्थितिविद्यालय पहुंचकर बचों ने किया योगाभ्यास अधिकतर विद्यालयों में नहीं बना मध्याह्न भोजन

जागरण संवाददाता, संतकबीर नगर: ग्रीष्मावकाश के बाद गुरुवार को परिषदीय विद्यालय खुले तो बच्चे उत्साह के साथ पहुंचे। पहले दिन बच्चों की उपस्थिति कम रही, लेकिन उनकी चहलकदमी से स्कूलों का सन्नाटा टूटा। बच्चे सहपाठियों से मिलकर खुश दिखे।
27 दिन बाद विद्यालय खुलने के बाद पहले दिन पढ़ाई के बजाय मिलने जुलने का माहौल रहा। शिक्षकों के साथ बच्चों ने योगाभ्यास किया। कुछ विद्यालयों में शिक्षक देरी से पहुंचे और अधिकतर विद्यालयों में मध्याह्न भोजन नहीं बना।
बीएसए ने प्राथमिक विद्यालय सियरा सांथा में बच्चों के साथ योगाभ्यास किया। बच्चों को योग के बारे में जानकारी देने के साथ नियमित रूप से विद्यालय पहुंचने को कहा। जिला समन्वयक हृदय नारायण त्रिपाठी, प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार सिंह मौजूद रहे। खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) खलीलाबाद ज्ञानचंद्र मिश्रा ने प्राथमिक विद्यालय मगहर प्रथम का निरीक्षण किया। पूर्व माध्यमिक विद्यालय खलीलाबाद में 440 के सापेक्ष महज 55 बच्चे उपस्थित रहे। यहां शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशक मौजूद रहे। माडल प्राथमिक विद्यालय खलीलाबाद में प्रधानाध्यापक इंदू यादव व शिक्षामित्र अंजू ने बच्चों को योगाभ्यास कराया। प्राथमिक विद्यालय गिरधरपुर में 185 में 65, उच्च प्राथमिक विद्यालय गिरधरपुर में 152 में 38 बच्चे उपस्थित रहे।
बीएसए दिनेश कुमार ने कहा कि प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय सुबह 7.30 बजे से संचालित हो रहे हैं। समय से शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व मध्याह्न भोजन में किसी भी प्रकार की लापरवाही अक्षम्य होगी। शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी।
उपस्थिति व मानदेय को लेकर शिक्षामित्र चितित
जून में शिक्षामित्रों को मानदेय नहीं मिला है। माह में 15 दिन शिक्षण कार्य को लेकर शिक्षामित्रों में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। यही हाल अनुदेशकों का भी है। बीएसए का कहना है शिक्षकों व शिक्षामित्रों की उपस्थिति आवश्यक है। अनुदेशकों के संबंध में कोई निर्देश नहीं प्राप्त हुआ है।
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