भगवत कथा से जीवन का सुधार संभव: अमृतनाथ
भगवान ही साक्षात भागवत हैं। पावन कथा मानव जीवन का उद्धार करने वाली है।
संतकबीर नगर : खलीलाबाद ब्लाक के डड़वा गांव में चल रही आठ दिवसीय भागवत कथा में रविवार को अंतिम दिन का प्रसंग सुनाया गया। कथा व्यास आचार्य अमृत नाथ तिवारी ने कहा भगवान ही साक्षात भागवत हैं। पावन कथा मानव जीवन का उद्धार करने वाली है।
यह कथा भक्ति भावना बढ़ाकर मानव का कल्याण करती है। अंत में हवन-पूजन व भागवत आरती हुई। पूर्व प्रधान रमेशचंद्र तिवारी ने कहा कि सभी के हित में कथा कराई गई। देर शाम तक प्रसाद वितरण का कार्यक्रम चलता रहा। क्षेत्र के साथ दूर-दराज के लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर शिव पल्टन, सपा नेता रमेश चंद्र यादव, सुभाष चंद्र तिवारी, चंद्रकेश उपाध्याय, राजेश उपाध्याय, दयाराम शर्मा, आनंद तिवारी, चंद्रकेश यादव, अरुण तिवारी आदि लोग मौजूद रहे। भक्त के मन में बसते हैं भगवान: हनुमतेश
संतकबीर नगर: श्रीमद्भागवत कथा मुनष्य के जीवन में सुखों का समावेश करती है। कलियुग में कथा श्रवण मात्र से मुक्ति मिल जाती है। भगवान हमेशा भक्तों के मन में ही निवास करते हैं।
वृंदावन धाम से आए कथावाचक हनुमतेश मिश्र ने रविवार को बखिरा कस्बे में कथा सुनाने के दौरान कहा कि संसार में सफलता और असफलता दोनों का स्वाद चखना पड़ता है। किसी एक असफलता से घबराकर मन को कमजोर कर लेने से फिर आगे की सफलता कठिन हो जाती है। उन्होंने कहा कि परमात्मा की भक्ति में जो लीन हो जाए, वही सच्चा भक्त है। उन्होंने रुक्मिणी-कृष्ण विवाह की कथा सुनाई। कथा सुनकर श्रोता हर्षित हो उठे। इस मौके पर आयोजक श्री रामचन्द्र जायसवाल, श्रीमती कमला देवी, अश्विनी जायसवाल, प्रदीप कुमार, सयनजीत,नरेन्द्र जायसवाल, जेपी सिंह, डा. श्रवण निषाद के अलावा तमाम श्रद्धालु मौजूद रहे।
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