पर्यटकों को होम स्टे की सुविधा उपलब्ध करा अब घर से कमाएं पैसा, रजिस्ट्रेशन के लिए ऐसे करें आवेदन
संतकबीर नगर में पर्यटन विभाग होम स्टे योजना लेकर आया है जिससे लोग घर बैठे पैसे कमा सकते हैं। पर्यटक होम स्टे को पसंद कर रहे हैं क्योंकि वे घर जैसा माहौल और शुद्ध भोजन चाहते हैं। तामेश्वरनाथ कॉरिडोर बनने के बाद पर्यटकों की संख्या और बढ़ेगी। बखिरा झील भी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है और इसके विकास के लिए 350 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा गया है।

एसके सिंह, संतकबीर नगर। अगर आपके पास पर्यटन स्थल के आसपास एक से छह कमरों वाला मकान है तो इसे होम स्टे में तब्दील कर घर बैठे पैसा कमा सकते हैं। यह सुनहरा अवसर पर्यटन विभाग लेकर आया है। पहाड़ी इलाकों की तरह यहां भी पर्यटन को बढावा देने के लिए बेड एंड ब्रेक फास्ट और होम स्टे जैसी योजना को लेकर लोगों ने दिलचस्पी दिखानी शुरू कर दी है। संंतकबीर नगर में अब तक सौ से अधिक लोग पर्यटन विभाग के दफ्तर में जाकर पंजीकरण प्रक्रिया समझ चुके हैं। दो ने होम स्टे में पंजीकरण के लिए आवेदन भी कर दिया है।
संत कबीर की यह धरा पर्यटकों के लिए नया डेस्टिनेशन बनकर उभरते ही होटल उद्योग की बाढ़ सी आ गई है। ग्रुप के साथ सैर सपाटे के लिए आने वाले पर्यटक इन दिनों होम स्टे की सुविधा को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। शुद्ध भोजन व पानी को लेकर सशंकित रहने वाले पर्यटक आजकल ऐसे ठहराव स्थल की तलाश कर
रहे हैं जहां उन्हें घर जैसा वातावरण और सुविधा मिले। इसे देखते हुए ही पर्यटन विभाग ने बेड एंड ब्रेक फास्ट और होम स्टे जैसी योजना की शुरूआत की है।
तामेश्वरनाथ कारिडोर बनने के बाद बढ़ जाएगी पर्यटकोंं की आवाजाही
मगहर में आमी नदी के किनारे स्थित संतकबीर की परिनिर्वाण स्थली पर भ्रमण के लिए देश-दुनिया से पर्यटक यहां आते हैं। बाबा तामेश्वरनाथ धाम में कारिडोर का निर्माण पूर्ण होने के बाद पर्यटकों की आवाजाही और बढ़ जाएगी। रंग- बिरंगें विदेशी पक्षियों के झुंड़ से गुंजायमान बखिरा झील पर्यटकों के लिए पहले से ही आकर्षण का केंद्र है।
29 वर्ग किमी में फैले इस झील में स्थानीय के साथ ही प्रवासी पक्षियों की दर्ज़नों प्रकार की प्रजातियां इसकी खूबसूरती बढ़ा रही हैं। इस झील के चारों तरफ पर्यटन विकास के लिए 350 करोड़ ऱुपये प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया है। यह परियोजना पूरी हाेने के बाद यह जिला पर्यटन के क्षेत्र में और समृद्ध हो जाएगा।
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क्या है होम स्टे और बेड एंड ब्रेकफास्ट
उत्तर प्रदेश की नई बेड एंड ब्रेकफास्ट और होम स्टे नीति 2025 के तहत आप अपने घर के छह कमरों को होम स्टे में बदल सकते हैं, बशर्ते घर का मालिक भी उसमें रहे। इसके लिए आप पर्यटन विभाग से संपर्क कर सकते हैं। यह योजना स्थानीय लोगों को आय बढ़ाने का मौका देती है और पर्यटकों को सस्ते व सुविधाजनक ठहरने का विकल्प उपलब्ध कराती है।
होम स्टे नीति के मुख्य बिंदु
- एक घर में 1 से 6 कमरे होम स्टे के रूप में चलाए जा सकते हैं, जिसमें अधिकतम 12 बेड की अनुमति है।
- आपको राज्य सरकार के स्थानीय निकायों से अनापत्ति लेकर, निधि प्लस पोर्टल या पर्यटन विभाग के कार्यालय में पंजीकरण कराना होगा।
- होम स्टे योजना में मकान मालिक का घर में रहना अनिवार्य है।
- सरकार इस योजना से जुड़े लोगों को प्रशिक्षण, प्रचार-प्रसार और आर्थिक प्रोत्साहन जैसी सुविधाएं भी प्रदान करेगी।
होम स्टे की सुविधा यहां लोकप्रिय हो रही है। आए दिन लोग इसके बारे में जानकारी करने आ रहे हैं। अब तक सौ से अधिक लोग पंजीकरण की प्रक्रिया समझ चुके हैं। तामेश्वरनाथ धाम के पास से पंजीकरण के लिए दो आवेदन प्राप्त हुए है। यह सुविधा पर्यटकों के लिए यात्रा के दौरान घर जैसा अनुभव पाने का एक किफायती और स्थानीय अनुभव देने वाला विकल्प है।
-विकास नारायण, जिला पर्यटन अधिकारी
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