संभल में मौसम ने ली करवट, घने कोहरे और ठंडी हवाओं से लोगों की छूटी कंपकंपी, बढ़ी गलन
22 दिसंबर तक मौसम दिन में गर्माहट भरा रहा। सर्दी होने के चलते तेज धूप लोगों को राहत दे रही थी लेकिन साल के अंतिम महीने का अंतिम सप्ताह ठिठुरन भरा साबि ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, संभल। दिसंबर के आखिरी सप्ताह में मौसम ने करवट ले ली है। ठंडी हवाओं और कोहरे ने ठंड का एहसास बढ़ा दिया है। धूप की चमक अब पहले की तरह तेज नहीं रही, जिससे गलन और ठिठुरन बढ़ गई है। सोमवार की सुबह से ही आसमान में कोहरे की धुंध छाई रही और सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। ठंड का यह बढ़ता असर लोगों को ऊनी कपड़ों और घरों में दुबकने पर मजबूर कर रहा है। वहीं, दोपहर हल्की बूंदाबांदी भी हुई।
दरअसल, 22 दिसंबर तक मौसम दिन में गर्माहट भरा रहा। सर्दी होने के चलते तेज धूप लोगों को राहत दे रही थी, लेकिन साल के अंतिम महीने का अंतिम सप्ताह ठिठुरन भरा साबित हो रहा है। ठंडी हवाओं और कोहरे की चादर ने सर्दी का प्रकोप बढ़ा दिया है। सोमवार सुबह से ही वातावरण में धुंध छाई रही और बादलों ने सूरज की रोशनी को पूरी तरह ढक लिया। सुबह स्कूल जाने वाले अपने को बिल्कुल ढककर स्कूल पहुंचे।
दिन में बढ़ा गलन का असर
वहीं, दिन भर धूप के दर्शन नहीं हुए, जिससे गलन का असर और बढ़ गया। पिछले कुछ दिनों से मौसम के मिजाज में बदलाव देखने को मिल रहा है। जहां सुबह और रात में ठंडी हवाओं के साथ सर्दी का प्रकोप बढ़ रहा है, लेकिन अब दिन में धूप की कमी से ठंड का एहसास अधिक हो रहा है। ठंडी हवाओं ने लोगों को गर्म कपड़ों में लिपटने पर मजबूर कर दिया है। बाजारों और सड़कों पर लोगों की चहलकदमी भी कम हो गई है। हालांकि, चाय और काफी की दुकानों पर भीड़ भाड़ देखी जा रही है।
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हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी का असर
मौसम विभाग के अनुसार, चल रही ठंडी हवाएं और हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण यह ठंड और गलन बढ़ रही है। आने वाले दिनों में ठंड का यह प्रभाव और भी तेज हो सकता है। तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी रहेगा और सुबह के समय कोहरे का घना होना भी संभावित है। ठंड का असर खासकर बुजुर्गों और बच्चों पर अधिक पड़ रहा है। डॉक्टर ने इस मौसम में सतर्क रहने की सलाह दी है। उनका कहना है कि ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनें, गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें और घर के बाहर कम समय बिताने की सलाह दी गई है। लोगों को सुबह और रात के समय अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।
सड़कों पर वाहन चलाने वाले लोगों को कोहरे के कारण दृश्यता कम होने के चलते सतर्कता बरतने की जरूरत की है। ठंड के इस बढ़ते प्रभाव ने जहां सर्दियों का आनंद उठाने वालों के चेहरों पर मुस्कान लाई है, वहीं रोजमर्रा के कामकाज करने वाले लोगों के लिए मुश्किलें भी खड़ी कर दी हैं।

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