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    यूपी में मस्जिद की दीवार को तोड़ने के लिए बुलाना पड़ा बुलडोजर, देखते ही मची खलबली

    Updated: Sun, 05 Oct 2025 07:09 PM (IST)

    संभल के राया बुजुर्ग गांव में ग्रामीणों ने मस्जिद को खुद तोड़ना शुरू किया। मजदूरों की कमी के कारण मस्जिद कमेटी ने बुलडोजर से दीवारें और गेट तोड़े। यह मस्जिद खाद के गड्ढे की सरकारी जमीन पर बनी थी। न्यायालय के आदेश के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया जिसके बाद ग्रामीणों ने यह कदम उठाया। मस्जिद कमेटी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी जिसे खारिज कर दिया गया।

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    पहले ग्रामीणों ने स्वयं तोड़ना शुरू की मस्जिद, बाद में बुलडोजर का लिया सहारा

    जागरण संवाददाता, संभल। असमोली क्षेत्र के गांव राया बुजुर्ग में रविवार को ग्रामीणों ने स्वयं ही मस्जिद तोड़ना शुरू कर दिया था। जहां मस्जिद तोड़ने में ग्रामीणों व मजदूरों की संख्या कम होने के चलते मस्जिद कमेटी ने बुलडोजर की मदद से उसकी दीवार व गेट को तोड़वा दिया।

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    असमोली क्षेत्र में गांव राया बुजुर्ग में खाद के गड्ढे की भूमि पर कई वर्ष पहले मस्जिद का निर्माण कर लिया गया था। जहां सरकारी भूमि की तलाश को अभियान शुरू किया गया तो सरकारी खाद के गड्ढों की करीब 552 वर्ग मीटर भूमि पर मस्जिद व तालाब की 2310 वर्ग मीटर भूमि पर बरात घर का निर्माण होने की बात सामने आयी।

    इस पर क्षेत्रीय लेखपाल ने 20 जून को सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा कर अतिक्रमण करने की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों के देते हुए तहसीलदार न्यायालय में वाद दायर किया था, जिसमें दो सितंबर को न्यायालय की ओर से बेदखली का आदेश दिया गया।

    इसके बाद भी अतिक्रमण न हटाने पर 13 सितंबर को तहसीलदार गांव में पहुंचे और वहां नोटिस तामील कराते हुए अतिक्रमण को चिंहित करने के साथ ही निशान लगवाए थे। परन्तु इसके बाद भी अतिक्रमण को नहीं हटवाया गया। इसी के चलते गुरुवार को अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और वहां बुलडोजर की मदद से बरात घर को ध्वस्त करा दिया।

    जबकि मस्जिद कमेटी की ओर से स्वयं उसे तोड़ने के लिए समय मांग लिया गया था, लेकिन इसके साथ ही कमेटी की ओर से शुक्रवार को मस्जिद स्वयं तोड़ने का काम शुरू करते हुए हाइकोर्ट में याचिका दायर कर दी गई, जिस पर शनिवार को सुनवाई कर न्यायालय ने याचिका खारिज कर दी। इस दौरान मस्जिद तोड़ने का काम नहीं किया गया।

    रविवार की सुबह को कुछ ग्रामीण मजदूरों संग वहां पर पहुंचे और उसे तोड़ने का काम शुरू किया। साथ ही गेट को तोड़ने के लिए पुलिस से बुलडोजर उपलब्ध कराने की मांग की। जहां दोपहर को बुलडोजर गांव में पहुंचा तो ग्रामीणों में खलबली मच गई। बाद में इस बुलडोजर की मदद से मस्जिद के गेट के साथ ही दीवारों को भी तोड़ना शुरू कर दिया गया। शाम तक बुलडोजर का पंजा वहां चलता रहा। इस दौरान गांव में पुलिस बल तैनात दिखाई दिया।

    मस्जिद के मुतवल्ली मिंजार हुसैन ने बताया कि याचिका खारिज होने के बाद हमने रविवार को गांव के ही कुछ लोग के साथ मस्जिद को तोड़वाना शुरू कर दिया। इस समय धान की कटाई का काम चल रहा है, जिस कारण मजदूर नहीं मिल पा रहे हैं। इसी को लेकर पुलिस से बुलडोजर दिलवाने की मांग की, जिससे मस्जिद के गेट व चाहरदीवार को तोड़वाया जा सके। जबकि शेष हिस्से को स्वयं तोड़ लेंगे। उन्होंने कहा कि गांव में स्थिति सामान्य है। सरकार के आदेश का पालन किया जाएगा।