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    Sambhal News: वंशगोपाल मंदिर से शुरू हुई 24 कोसीय परिक्रमा में हजारों श्रद्धालु शामिल, उमड़ा आस्‍था का सैलाब

    ऐतिहासिक नगरी संभल के 68 तीर्थ 19 कूपों की चौबीस कोसीय परिक्रमा का शुभारंभ सुबह पांच बजे श्री वंशगोपाल मंदिर से हुआ। तीर्थ परिसर में लगे पंडाल से भक्तों को तिलक लगाकर और धर्म ध्वजा फहराकर परिक्रमा के लिए रवाना किया गया।

    By Raghvendra Chandra ShuklaEdited By: Vivek BajpaiUpdated: Sat, 29 Oct 2022 12:13 PM (IST)
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    24 कोसीय परिक्रमा में हिस्‍सा लेते श्रद्धालु। जागरण

    संभल, जागरण संवाददाता। ऐतिहासिक नगरी संभल के 68 तीर्थ 19 कूपों की चौबीस कोसीय परिक्रमा का शुभारंभ सुबह पांच बजे श्री वंशगोपाल मंदिर से हुआ। परिक्रमा की सभी तैयारी पहले ही पूर्ण कर ली गई थीं। तीर्थ परिसर में लगे पंडाल से भक्तों को तिलक लगाकर और धर्म ध्वजा फहराकर परिक्रमा के लिए रवाना किया गया। महंत स्वामी भगवतप्रिय महाराज, संभल ब्लाक प्रमुख पति कुलदीप यादव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय शर्मा, पूर्व एमएलसी भारत सिंह यादव आदि ने भक्तों को तिलक लगाकर परिक्रमा का शुभारंभ किया। परिक्रमा में शामिल हजारों की संख्या में शामिल भक्त आस्था की डगर में आगे बढ़ रहे हैं।

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    श्री वंश गोपाल कल्किधाम चौबीस कोसीय परिक्रमा समिति के अध्यक्ष जीतपाल यादव ने बताया कि चौबीस कोसीय परिक्रमा अपने निर्धारित समय से शुरू हो गई। वंश गोपाल से शुरू होने के बाद परिक्रमा में शामिल भक्त माता वाली मिलक, बादल गुबंद, नाहरठेर, खानपुर खुम्मार, फिरोजपुर, क्षेमनाथ तीर्थ, चंदौसी रोड पर भवानीपुर गांव में होकर चंद्रेश्वर तीर्थ चंदायन पहुंचेंगे। यहां पर रात्रि विश्राम किया जाएगा। इस दौरान भजन संध्या होगी।

    रविवार की सुबह में यहीं से फेरी का शुभारंभ होगा और फिर गांव अल्लीपुर बुजुर्ग, आढ़ौल, मुजफ्फरपुर, शेरपुर, रसूलपुर, मूसापुर, गवां रोड होते हुए वंश गोपाल कल्किधाम पहुंचकर समापन किया जाएगा। सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती की गई है।

    बादल गुंबद पर ब्लाक प्रमुख की ओर से सेवा शिविर

    तीर्थ यात्रियों की सेवा के लिए बादल गुंबद पर सेवा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर संभल ब्लाक प्रमुख सुषमा चाहल और उनके पति कुलदीप चाहल द्वारा लगाया गया है। इसी के साथ कई अन्य स्थानों पर भी सेवा शिविर लगाए गए हैं। जहां श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया जा रहा है।

    कई संगठन दे रहे अपना सहयोग

    परिक्रमा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं की व्यवस्था में कई हिंदू संगठन अपना सहयोग दे रहे हैं। रास्ते में जलपान से लेकर कई तरह की व्यवस्थाएं की गई हैं। श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न आए, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। चौबीस कोसीय परिक्रमा के दौरान सबसे पहला प्राचीन तीर्थ नीमसार (क्षेमनाथ) है। मंदिर के महंत दीनानाथ ने बताया कि मंदिर परिसर को सजाया गया है। तीर्थ यात्रियों के लिए व्यवस्थाएं की गई हैं।

    सुरक्षा के कड़े इंतजाम

    परिक्रमा मार्ग में जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया है। ब्रज वाहन लगाए गए हैं। संबंधित क्षेत्र के सभी थानाध्यक्षों को और पुलिस क्षेत्राधिकारी को सक्रिय रहकर परिक्रमा को सकुशल संपन्न कराने के निर्देश दिए गए हैं। सभी मुस्‍तैदी के साथ ड्यूटी कर रहे हैं।

    परिक्रमा फेरी में बच्चों के लिए बाइक की सुविधा

    परिक्रमा फेरी के प्रभारी सौरभ त्यागी ने बताया कि परिक्रमा करने वाला कोई बालक यदि परेशान होता है तो उसके लिए बाइक की व्‍यवस्‍था की गई है। इसके लिए टीम के पदाधिकारी तैनात किए गए हैं। उन्होंने बताया कि दीपक कश्यप, बिंटू पाल फेरी में शामिल होने वाले बच्चों को परेशानी होने पर बाइक से परिक्रमा कराएंगे।