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    Sri Kalki Mahotsav: आचार्य रामभद्राचार्य ने दोहराई हिंदू राष्ट्र की बात, बोले- वाइफ शब्द भारतीय संस्कृति का नहीं

    Updated: Mon, 01 Dec 2025 03:13 PM (IST)

    संभल के ऐचोडा कंबोह गांव में श्री कल्कि महोत्सव का शुभारंभ हुआ। आचार्य रामभद्राचार्य ने सात दिवसीय कल्कि कथा का वाचन किया और कहा कि भारत जल्द ही हिंदू राष्ट्र बनेगा। उन्होंने जाति के आधार पर आरक्षण का विरोध किया और आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग की। उन्होंने कहा कि भगवान कल्कि का प्रमाण ऋग्वेद और हनुमान चालीसा में भी है।

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    आचार्य रामभद्राचार्य।

    जागरण संवाददाता, संभल। तहसील क्षेत्र के गांव ऐचोडा कंबोह में सोमवार से श्री कल्कि महोत्सव की शुरुआत हुई। जहां सात दिवसीय कल्कि कथा का आयोजन किया जा रहा है। आचार्य रामभद्राचार्य इस कथा का वाचन करेंगे। कथा से पूर्व आचार्य ने कहा कि वह समय दूर नहीं है जब भारत हिंदू राष्ट्र होगा। उन्होंने कहा कि भगवान कल्कि का प्रमाण ऋग्वेद से लेकर हनुमान चालीसा सभी में है।

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    प्रेसवार्ता में कहीं ये बातें


    ऐचोडा कंबोह में श्री कल्कि महोत्सव में पहले दिन कथा प्रवचन से पूर्व आचार्य रामभद्राचार्य ने प्रेस वार्ता में बताया कि उन्होंने वाइफ शब्द की जो व्याख्या की है वह अंग्रेजों द्वारा किए गए वर्णन के आधार पर की है। क्योंकि भारतीय संस्कृति में वाइफ शब्द नहीं है। हम धर्मपत्नी कहते हैं यह वह होती हैं जो अपने पति को पतन से बचाती है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां महिला को चार रूप में देखा जाता है मां, बहन, पत्नी और बेटी। इसलिए हमारे यहां ऐसी कोई भी व्याख्या नहीं होती है। ऐसे में अंग्रेजों से पूछा जाए कि उन्होंने ऐसी व्याख्या क्यों लिखी है। 

    जाति के आधार पर आरक्षण नहीं होना चाहिए


    इसके साथ ही आचार्य रामभद्राचार्य ने कहा कि जाति के आधार पर आरक्षण नहीं होना चाहिए। आरक्षण सिर्फ आर्थिक आधार पर होना चाहिए। इस लिए हमने सरकार से मांग की है। अयोध्या में मंदिर निर्माण हुआ ध्वजारोहण पर कहा कि बहुत अच्छा हो रहा है हम वर्णमाला के क्रम से चल रहे हैं। जिसमें अयोध्या हमारी हो गई अब काशी और मथुरा भी हमारी होगी। ऐसे में इस स्थान का ऐसा महत्व रहेगा जैसा मथुरा का है जो स्थान अयोध्या का है जो स्थान श्री चित्रकूट का है वही स्थान कल्कि धाम संभल का होगा।

    हमारे एक करोड़ मंदिर तोड़े गए

    रामभद्राचार्य ने कहा, कि धर्माचार्य की बात पर किसी को कुछ ही कहने का कोई हक नहीं होता है। हम कह रहे हैं कि हमारे एक करोड़ मंदिर तोड़े गए और हम तब तक विश्राम नहीं लेंगे जब तक की सभी मंदिर नहीं मिल जाते हैं। आचार्य ने कहा बहुत जल्दी सभी सनातनी एकजुट होंगे, बस प्रतीक्षा करनी है। थोड़े ही दिन में यह हिंदू राष्ट्र होगा और इसके लिए सभी को सहायता करना करनी पड़ेगी। क्योंकि हमें संसद में 370 राम भक्तों की सीट चाहिए।

    ऋग्वेद से लेकर हनुमान चालीसा तक में भगवान कल्कि का प्रमाण

    भगवान राम और कल्कि के बीच निरंतरता पर उन्होंने कहा कि मेरी कथा चलेगी जो सात दिवसीय है यदि श्रद्धालु सुनेंगे तो उन्हें इसके बारे में पूरा ज्ञान मिलेगा। उन्होंने कहा कि ऋग्वेद से लेकर हनुमान चालीसा तक में कम से कम डेढ़ लाख पृष्ठ में भगवान कल्कि का प्रमाण है।