UP Weather Update: भीषण गर्मी से चंदौसी में जनजीवन अस्त-व्यस्त, सड़कें सुनसान; लोग घरों में दुबकने को मजबूर
चंदौसी और आसपास के इलाकों में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दोपहर में सड़कें सुनसान हो जाती हैं और लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं। चिकित्सक गर्मी से बचने के लिए सावधानी बरतने और तरल पदार्थों का सेवन करने की सलाह दे रहे हैं। गर्मी के कारण बुखार और डायरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।

संवाद सहयोगी, जागरण, चंदौसी। चंदौसी समेत आसपास के इलाकों में भीषण गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। सुबह होते ही सूरज आग उगलने लगता है और दोपहर तक गर्म हवाएं वातावरण को और अधिक झुलसाने लगती हैं। ऐसे में आमजन का जीवन प्रभावित हो रहा है। लोग दोपहर के समय घरों में दुबकने को मजबूर हैं और केवल बेहद जरूरी काम होने पर ही बाहर निकल रहे हैं।
लगातार बढ़ रही गर्मी से लोगों को परेशानी हो रही है। मौसम के बदले तेवर ने हर आदमी को मुसीबत में डाल दिया है। इन दिनों हालत यह है कि सुबह होते ही सूरज आग उगलने लग रहे है, गर्मी के कारण लोग घरों में दुबकने के लिए मजबूर हो रहे है।
दोपहर को बस जरूरतमंद ही सड़कों पर निकल रहे हैं, जिसके कारण आम-दिनों में चहल-पहल रहने वाली सड़कें सन्नाटे में डूबी रह रही हैं। वहीं दोपहर में तेज धूप और गर्म हवा के कारण गली, मुहल्ले सूने हो रहे है। लोग अब सिर्फ सुबह और शाम के समय ही घरों से बाहर निकलने की हिम्मत जुटा पा रहे हैं। चिकित्सकों ने इस भीषण गर्मी में सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
डॉ. विपिन सागर ने बताया कि अधिक गर्मी के चलते बुखार और डायरिया जैसी बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने लोगों को दिन के समय धूप में बाहर न निकलने, हल्के कपड़े पहनने और अधिक मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि यदि किसी को बुखार या डायरिया के लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें। गर्मी से बचने के लिए नींबू पानी, छाछ, जलजीरा, नारियल पानी जैसे पेय पदार्थों का सेवन लाभकारी हो सकता है। बढ़ती गर्मी से जहां आम जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, वहीं जनस्वास्थ्य पर भी इसका गंभीर असर देखने को मिल रहा है। ऐसे में सतर्कता ही बचाव का एकमात्र उपाय है।
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