साठा के इशारे पर संभल हिंसा करवाने वाले मुल्ला अफरोज पर NSA की कार्रवाई, 96 उपद्रवी अब तक जा चुके हैं जेल
संभल में जामा मस्जिद सर्वे के विरोध में हुई हिंसा के मास्टरमाइंड शारिक साठा के गुर्गे मुल्ला अफरोज पर एनएसए लगाया गया है। अफरोज पर आरोप है कि उसने साठा के इशारे पर हिंसा करवाई, जिसमें कई लोग घायल हुए और कुछ की जान भी गई। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है। अफरोज साठा के लिए चोरी की गाड़ियां और हथियार सप्लाई करता था।
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जागरण संवाददाता, संभल। जामा मस्जिद सर्वे के विरोध में हुई हिंसा के मास्टरमाइंड शारिक साठा के गुर्गे मुल्ला अफरोज के खिलाफ एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) के तहत भी कार्रवाई हो गई है। नगर कोतवाली पुलिस ने नोटिस तामिल कराने की प्रक्रिया भी पूरी कर ली है। एनएसए की इस कार्रवाई के बाद एक बार फिर हिंसा की याद ताजा हो गई है। इतना ही नहीं इस कार्रवाई से यह भी साबित होे गया कि पुलिस उपद्रवी के खिलाफ अभी भी कार्रवाई का चाबुक चला रही है।
जामा मस्जिद के सर्वे के विरोध में संभल में 24 नवंबर 2024 को हिंसा भड़की थी। जिसमें चार लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि 30 से अधिक अधिकारी व पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इस मामले में 37 लोगों को नामजद करते हुए 3750 अज्ञात के खिलाफ सात मुकदमे दर्ज किए थे। 19 जनवरी को मुल्ला अफरोज सहित दस उपद्रवी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
अफरोज प्रापर्टी डीलर के साथ साठा के लिए काम करता था। उसके इशारे पर दिल्ली, एनसीआर से लग्जरी गाड़ियां चोरी कर बंगाल, असम के साथ नेपाल तक भेजता था। पूछताछ में अफरोज ने बताया था कि हिंसा के पीछे वर्षों से पुलिस के लिए चुनौती बना कुख्यात शारिक साठा है। उसने अपने गुर्गों को हथियार मुहैया कराकर हिंसा कराई थी। उसका साफ कहना था कि 10-20 को मार दोगे तो सरकार और प्रशासन बैकफुट पर आ जाएंगे। फिर हम सुरक्षित होकर काम करेंगे। हमें नेताओं का फुल सपोर्ट है।
अफरोज 2012 से दुबई में छिपे साठा के संपर्क में था। उसके कहने पर चोरी के वाहनों और हथियारों की सप्लाई करता था। हिंसा में मारे गए बिलाल और अयान को उसने ही गोली मारी थी। उससे पास से 32 बोर की पिस्टल, तीन कारतूस और 15 खोखे मिले थे। उसकी हिंसा के पीछे मंशा थी कि 10-20 पुलिस व पब्लिक के लोग मरते, तो पुलिस वाले सस्पेंड होते। फिर वह आगे सक्रिय नहीं रह पाते और शाकिर साठा का दबदबा हो जाता। साठा से वह मोबाइल एप के जरिए बात करता था। इस क्रम में अब जेल में बंद मुल्ला अफराेज के खिलाफ एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) के तहत कार्रवाई हुई है।
पुलिस अधीक्षक केके बिश्नोई ने बताया कि मुल्ला अफरोज के खिलाफ एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) के तहत कार्रवाई की गई है। नोटिस भी तामिल करवा दिया गया है।
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