यूपी में यहां 30 साल बाद मनाई दीवाली, दीपों की जगमगाहट से जीवंत होंगे यमतीर्थ और चतुर्मुख कूप
संभल में इस बार दीपावली पर 30 वर्षों से उपेक्षित यमतीर्थ और चतुर्मुख कूप दीपों से जगमगाएंगे। नगर पालिका ने इन देवतीर्थों को सजाकर पूजन के लिए तैयार किया है। पहले यहाँ दीपावली पर दीपक जलाए जाते थे, लेकिन उपेक्षा के कारण यह परंपरा बंद हो गई थी। अब वंदन योजना के तहत इनका जीर्णोद्धार किया जा रहा है, जिससे शहरवासी फिर से यहाँ दीप जला सकेंगे।

जागरण संवाददाता, संभल। कल्कि नगरी में इस बार की दीपावली अलग होगी। क्योंकि लगभग 30 साल से उपेक्षित रहे यमतीर्थ और चतुर्मुख कूप अब दीपों और रोशनी से जगमगाएंगे। नगर पालिका ने दोनों स्थलों की भव्य सजावट कर फिर से देवतीर्थों को पूजन और अर्चन के लिए तैयार किया है। दीपावली पर घर से एक दीया लाकर यहां जलाया जाएगा।
इन देवतीर्थों के बारे में हल्लू सराय निवासी छिद्दा सिंह बताते हैं कि करीब तीन दशक पहले तक दीपावली की शाम को संभल के लोग पहले इन तीर्थों पर दीपक जलाते थे, फिर घरों में पूजन करते थे। उस समय यह परंपरा हर दीपावली पर होती थी लेकिन, धीरे-धीरे इन तीर्थों की उपेक्षा होने लगी।
नगर की जल निकासी व्यवस्था बिगड़ने से यहां पानी भरने लगा और धार्मिक आयोजन बंद हो गए थे। 24 नवंबर 2024 की हिंसा के बाद जब प्रशासन ने शांति बहाली के प्रयास शुरू किए तभी देवतीर्थों की खोज और पुनर्स्थापना का काम भी गति पकड़ गया।
शासन की वंदन योजना के तहत यमतीर्थ और चतुर्मुख कूप का जीर्णोद्धार और सुंदरीकरण कार्य किया जा रहा है। दोनों स्थलों पर आकर्षक व भव्य ढंग से बनाया जा रहा है। हालांकि 30 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद शहर के प्राचीन देवतीर्थ यमतीर्थ और चतुर्मुख कूप फिर से दीपों की जगमगाहट से जीवंत होंगे।
शहरवासी इन ऐतिहासिक स्थलों पर दीप जलाने पहुंचेंगे। नगर पालिका ने दोनों तीर्थों को आधुनिक रोशनी से सजाया है। दीपावली पर रंग-बिरंगी लाइटों और मिट्टी के दीपों की श्रृंखला यहां की पवित्रता और सांस्कृतिक आभा को पुनर्जीवित करेगी।
दीपोत्सव की तैयारियों के बीच जामा मस्जिद के सामने स्थित सत्यव्रत पुलिस चौकी को भी रंग-बिरंगी झालरों और रोशनियों से सजाया गया है। इसके अलावा पालिका भवन को रंग बिरंगी झालरों से सजाया गया है।
चतुर्मुख कूप और यमतीर्थ को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया है। इसके अलावा वहां साफ-सफाई कराई है। जिससे दीपावली पर्व पर लोग यहां दीपक जलाकर पूजन कर सकें।
-डाॅ. मणिभूषण तिवारी, ईओ, नगर पालिका परिषद, संभल
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