संभल में ऑनलाइन सट्टेबाजी पर कसेगा शिकंजा, नेटवर्क को खंगाल रही पुलिस; 11 आरोपियों को अब तक भेजा जा चुका है जेल
संभल पुलिस ऑनलाइन सट्टेबाजी के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उन्हें जेल भेज दिया है। पुलिस पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है ताकि इस अवैध कारोबार को खत्म किया जा सके।

संवाद सहयोगी, संभल। ऑनलाइन सट्टेबाजी गिरोह बीओबी777 का राजफाश करने के बाद पुलिस अब इसके पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच में जुट गई है। अब तक 11 आरोपितों की गिरफ्तारी और 700 फर्जी बैंक खाते फ्रीज किए जा चुके हैं। जल्द ही गिरोह से जुड़े और कई नाम सामने आएंगे। पुलिस इन तक पहुंच गई है। मामले में और बड़ा खुलासा हो सकता है। इनमें दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कई जिलों से जुड़े लोगों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है।
साइबर पुलिस टीम को तकनीकी जांच में कई नए बैंक खातों और मोबाइल नंबरों के साक्ष्य मिले हैं। इन खातों से आनलाइन सट्टेबाजी की रकम देश के अलग-अलग हिस्सों में भेजी गई थी। गिरोह के संचालक फर्जी खातों के जरिए क्रिकेट, रमी, तीन पत्ती, लूडो और अन्य गेमिंग साइटों पर लोगों से करोड़ों रुपये ऐंठ रहे थे। इसके लिए लोन माफी या सरकारी योजना के नाम पर भोले-भाले लोगों से पासबुक और एटीएम कार्ड ले लिए जाते थे।
सूत्रों के अनुसार जेल भेजे गए आरोपित दिल्ली के मुखर्जी नगर निवासी मुकेश कक्कड़ और माडल टाउन निवासी अंकित कुमार के मोबाइल व लैपटाप की फारेंसिक जांच में कई विदेशी नंबरों और आनलाइन चैट का डेटा मिला है। 9 अक्टूबर को यह दोनों थाईलैंड से लौटे थे और संभल पुलिस ने दिल्ली के एयरपोर्ट से इन्हें गिरफ्तार किया था।
इस गिरोह का मास्टरमाइंड विदेश में बैठा है, जो पूरे नेटवर्क को संचालित करता है। दिल्ली के शालीमार बाग स्थित फ्रेंचाइजी से सट्टेबाजी नेटवर्क की मुख्य गतिविधियां चलाई जा रही थीं। इसका संचालन जेल भेजे गए जय कक्कड़, आदित्य गुप्ता और इंगित कोहली करते थे। खातों के जरिए करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ था। मामले में अब तक दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के चंदौसी व बदायूं के 11 आरोपितों को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है।
साइबर टीम लगातार फर्जी खातों और सिम कार्डों की तकनीकी कड़ियां जोड़ रही है। कई संदिग्ध खातों की पहचान कर ली गई है। आने वाले दिनों में अधिक गिरफ्तारियां संभव हैं। - आलोक कुमार भाटी, सीओ, संभल।

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