Sambhal News: जामा मस्जिद प्रकरण में अब 25 सितंबर को होगी सुनवाई, कमेटी की ओर से दिया गया है प्रार्थना पत्र
संभल जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर होने के दावे पर कोर्ट के आदेश पर मस्जिद का सर्वे होना था। मस्जिद कमेटी ने सर्वे स्थगित करने की याचिका दी जिस पर बहस के बाद सुनवाई 28 अगस्त को होनी थी। अब कोर्ट ने मामले में अगली तारीख 25 सितंबर तय की है। इसी मुकदमे में हिंदू पक्ष की याचिका पर भी सुनवाई 25 सितंबर को होगी।
जागरण संवाददाता, चंदौसी। संभल जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर होने और हिंदू पक्ष को पूजा करने का अधिकार दिए जाने का दावा पेश किए जाने के बाद सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट के आदेश पर मस्जिद का सर्वे किए जाने को लेकर मस्जिद कमेटी की ओर से सर्वे की कार्रवाई को स्थगित करने का प्रार्थना पत्र 21 अगस्त को दिया गया था।
इस पर दोनों पक्षों की ओर से बहस के बाद 28 अगस्त को सुनवाई होनी थी। गुरुवार को मामले में 25 सितंबर को नई तारीख तय की गई है। इसके साथ ही सिमरन गुप्ता की ओर से इसी मुकदमे में हिंदू पक्ष की ओर से पक्षकार बनाए जाने की याचिका पर भी सुनवाई 25 सितंबर को होगी।
सर्वे को लेकर जामा मस्जिद कमेटी की ओर से सुप्रीम कोर्ट में आपत्ति दाखिल की गई थी, जिस पर शीर्ष अदालत ने सिविल कोर्ट में सुनवाई पर रोक लगाते हुए कमेटी को हाईकोर्ट जाने का आदेश दिया था।
दो जनवरी को मस्जिद की सर्वे रिपोर्ट एडवोकेट कमिश्नर की ओर से सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में सीलबंद लिफाफे में पेश की गई। लोअर कोर्ट में पहले आठ जनवरी की तारीख लगी थी, लेकिन मामले में सुनवाई पर रोक होने के कारण पांच मार्च लगा दी गई।
इस क्रम में कमेटी की ओर से रिटिन स्टेटमेंट यानि उत्तर पत्र पेश किया जाना था, लेकिन कोर्ट ने इसमें इस मामले में 28 अप्रैल लगा दी। सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट से स्टे होने के कारण इसमें अगली तारीख दे दी गई थी।
जामा मस्जिद कमेटी की ओर से सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य कुमार सिंह की अदालत में जवाब पेश किया जाना था, लेकिन अधिवक्ताओं की हड़ताल के चलते सुनवाई नहीं हो सकी। इस पर 21 अगस्त की तारीख लगाई गई थी।
21 अगस्त को कमेटी की ओर से कोर्ट में प्रार्थना पत्र पेश किया गया कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से धार्मिक स्थलों के सर्वे पर रोक लगाई जा चुकी है, ऐसे में इस मामले को भी स्थगित किया जाना चाहिए। 28 अगस्त को भी मामले में कोर्ट ने अगली तारीख दे दी है।
इधर, बीती पांच जनवरी को हिंदूवादी नेता सिमरन गुप्ता की ओर से जामा मस्जिद के इसी प्रकरण में पक्षकार बनाने के लिए सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में प्रार्थना पत्र दिया था इस पर सुनवाई के लिए अब तक पांच तारीखें लग चुकी हैं। अब इस मामले में भी 25 सितंबर को सुनवाई की जानी है।
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