संभल में डीएम ने दिये झोलाछापों पर शिकंजा कसने के आदेश, दवा सप्लाई की जांच होगी तेज
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में डीएम ने स्वास्थ्य सेवाओं की सुस्ती पर कड़ा रुख अपनाते हुए झोलाछापों पर शिकंजा कसने, दवा सप्लाई की गहन जांच तेज करने और आभा आईडी और जन्म पंजीकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए, जिसमें एएनसी, एचएमआईएस, ई संजीवनी और रिकार्ड फीडिंग की समीक्षा करते हुए डीएम ने कहा कि जिन सीएचओ की औसत ओपीडी 10 से कम है उन पर नो वर्क नो पे लागू होगा और आभा आईडी प्रगति बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए।

संवाद सहयोगी, बहजोई। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में डीएम ने स्वास्थ्य सेवाओं की सुस्ती पर कड़ा रुख अपनाते हुए झोलाछापों पर शिकंजा कसने, दवा सप्लाई की गहन जांच तेज करने और आभा आईडी और जन्म पंजीकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए, जिसमें एएनसी, एचएमआईएस, ई संजीवनी और रिकार्ड फीडिंग की समीक्षा करते हुए डीएम ने कहा कि जिन सीएचओ की औसत ओपीडी 10 से कम है उन पर नो वर्क नो पे लागू होगा और आभा आईडी प्रगति बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए।
बहजोई कलक्ट्रेट सभागार में डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया की अध्यक्षता में आयोजित स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की बैठक के दौरान जिला स्वास्थ्य समिति के बिंदुओं पर हुए अनुपालन की अपडेट स्थिति पर चर्चा की गई और जननी सुरक्षा योजना, एफआरयू सेवाओं, एएनसी जांच, टीकाकरण फीडिंग, आरसीएच रिकार्ड, संविदा कर्मियों की वार्षिक वेतन वृद्धि और लायल्टी बोनस से संबंधित प्रस्तावों की समीक्षा की गई। साथ ही सीएचओ के स्थानांतरण आवेदनों और विकास खंडवार ई संजीवनी ओपीडी की स्थिति पर भी विस्तृत चर्चा हुई।
डीएम ने निर्देश दिया कि जिन सीएचओ की प्रतिदिन औसत ओपीडी 10 से कम पाई जाएगी, उन पर नो वर्क नो पे लागू किया जाएगा और उनका प्रदर्शन रिकार्ड अगली बैठक में प्रस्तुत किया जाए। आभा आईडी की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताते हुए डीएम ने कहा कि आभा आईडी बढ़ाने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जाए और प्रत्येक आशा को प्रतिदिन का लक्ष्य दिया जाए। ई कवच पर आभा आईडी और सैम बच्चों के रिकार्ड की अपडेशन स्थिति पर भी चर्चा की गई।
मातृ मृत्यु दर और जन्म पंजीकरण की समीक्षा में डीएम ने कहा कि जन्म पंजीकरण में सबसे कम रिकार्ड दर्ज करने वाले कंप्यूटर आपरेटर और संबंधित कर्मियों से स्पष्टीकरण लिया जाए। एचबीएनसी रिपोर्टिंग में मौजूद गैप पर चर्चा करते हुए डीएम ने कमजोर प्रदर्शन वाली आशाओं के विरुद्ध कार्यवाही के निर्देश दिए।
एनक्यूएएस के अंतर्गत आने वाले आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में निर्माण और अन्य मानकों पर खंड विकास अधिकारियों के साथ समीक्षा की गई और डीएम ने इसे प्राथमिकता पर लेने को कहा। वीएचएसएनडी सत्र, आशा क्लस्टर मीटिंग, वैक्सीन अपडेट और जीरो वैक्सीनेशन पर भी विशेष चर्चा हुई। झोलाछापों के विरुद्ध कार्रवाई में डीएम ने औषधि निरीक्षक को निर्देश दिया कि वे यह जांचें कि उन्हें दवाएं किस स्रोत से मिल रही हैं और उन्होंने आदेश दिया कि आगामी जिला स्वास्थ्य समिति बैठकों में औषधि निरीक्षक की उपस्थिति अनिवार्य रहे।
आयुर्वेद और होम्योपैथी सेवाओं की समीक्षा भी की गई और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा दिए गए। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. तरुण पाठक, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. राजेन्द्र सिंह सैनी और सभी एमओआईसी के साथ संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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