ऑफलाइन ट्रांसफर की मांग को लेकर शिक्षकों का धरना समाप्त, मंत्री गुलाब देवी ने खिलाई मिठाई
चंदौसी में ऑफलाइन स्थानांतरण सूची की मांग को लेकर माध्यमिक शिक्षकों का धरना मंत्री के आश्वासन पर समाप्त हुआ। शिक्षामंत्री गुलाब देवी ने दिवाली तक सूची जारी करने का वादा किया साथ ही कार्रवाई रद्द करने के निर्देश दिए। शिक्षकों ने सूची जारी न होने पर फिर से धरने की चेतावनी दी है। पहले राज्यमंत्री ने असमर्थता जताई थी बाद में मुख्यमंत्री से बात करने का आश्वासन दिया था।

जागरण संवाददाता, चंदौसी। ऑफलाइन स्थानांतरण सूची जारी करने की मांग को लेकर अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यामिक विद्यालय के शिक्षकों का धरना आखिरकार सोमवार को खत्म हो गया है। माध्यमिक शिक्षामंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब ने शिक्षकों को दिवाली के चार दिन पहले और चार दिन बाद तक सूची जारी होने का आश्वासन दिया। जिससे शिक्षकों ने स्वीकार्य कर लिया। साथ ही धरने के दौरान शिक्षकों पर हुई कार्रवाई को निरस्त करने के निर्देश मंत्री की ओर से शिक्षा निदेशक को दिए गए हैं। हालांकि शिक्षकों की ओर से यह भी कहा गया है कि यदि दी गई अवधि के बाद भी सूची जारी नहीं हुई तो वे फिर यहीं आकर धरना देंगे।
आफलाइन स्थानांतरण सूची जारी करने की मांग को लेकर शिक्षक राज्यमंत्री के घर पर 25 सिंतबर से धरना दे रहे थे। इस दौरान राज्यमंत्री ने शिक्षकों से साफ-साफ कहा था कि आफलाइन स्थानांतरण शासन की ओर से निरस्त कर दिए गए हैं। इसलिए सूची का अनुमोदन करना उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है।
25 सितंबर को ही मंत्री लखनऊ कैबिनेट की बैठक के लिए चली गईं थी, लेकिन शिक्षकों का धरना-प्रदर्शन जारी रहा, अगले दिन 26 सितंबर को बैठक के बाद राज्यमंत्री ने शिक्षकों का आश्वासन दिया था कि उनकी मुख्यमंत्री से बात हुई है और उन्होंने इसके पूर्ण समाधान का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि तीन से सात दिन में शिक्षकों की सूची जारी कर दी जाएगी। इसी बीच 30 सितंबर को अधिकारियों से नोकझोंक और कई दौर की लंबी वार्ता के बाद शिक्षकों को राज्यमंत्री के आवास से हटाकर नगर पालिका के अस्थाई कार्यालय कंपनी बाग में शिफ्ट कर दिया था।
यहां बैठने के लिए प्रशासन की ओर से टैंट, कूलर और लाइट की व्यवस्था की गई थी। इस बीच दो अक्टूबर को हुई झमाझम बारिश के बीच भी शिक्षकों ने टैंट में बैठकर धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद पांच अक्टूबर की रात भी शिक्षकों ने टैंट में भीगते हुए निकाली। जिसके बाद सोमवार एसडीएम आशुतोष तिवारी और सीओ मनोज कुमार सिंह के साथ शिक्षकों का प्रतिनिधि मंडल अपनी मांगों को लेकर राज्यमंत्री से मिले।
प्रतिनिधि मंडल में शुभेंद्र शरण त्रिपाठी, रमेश चंद्र शर्मा, मुकेश राणा, अमित चौधरी, कीर्ति सिंह शामिल रहे।शिक्षकों ने मांग की थी कि धरने दौरान जिन शिक्षकों पर कार्रवाई की गई वह वापस हो, स्थानांतरण सूची जारी करने व स्थानांतरित स्कूलों में कार्यभार ग्रहण करने के लिए पत्र जारी करने की निश्चित अवधि लिखित में तत्काल इसी सत्र के लिए प्रदान की जाए। साथ ही शिक्षकों को अराजतत्व कहने का खंडन किया जाए।
इस पर मंत्री की अेार से सहमति मिलने के बाद शिक्षकों ने अपना धरना समाप्त कर दिया। इस दौरान उन्होंने समिति के अध्यक्ष शुभेंद्र शरण त्रिपाठी को मिठाई भी खिलाई। इससे पहले सोमवार को शिक्षकों को अराजकतत्व करने और मांगों पर विचार करने के लिए कंपनी बाग में शिक्षकों की पंचायत बुलाने का आह्वान किया था। इस संबंध में उन्होंने डीएम और एसपी से भी अनुमति मांगी थी। शिक्षकों ने आश्वासन मिलने और धरना खत्म होने पर खुशी जताई है।
शुरू में कुछ शिक्षक मेरे आए थे, तब मैंने कहा था कि आप लोगों की एनओसी सुरक्षित है, अगले सत्र में आपके स्थानांतरण उन्हीं स्कूलों में कर दिए जाएंगे। इसके बाद 25 सिंतबर को शिक्षक मेरे घर पर आकर बैठ गए। जिसके बाद इस संबंध में मैंने मुख्यमंत्री से बात की थी। मुख्यमंत्री ने सभी के स्थानांतरण के आदेश दे दिए हैं। सबके लैटर बन रहे हैं, दिवाली के चार दिन पहले से चार दिन बाद तक सबके लैटर प्राप्त हो जाएंगे। साथ ही डायरेक्टर से भी विभागीय को निरस्त करने के लिए कहा गया है।- गुलाब देवी, माध्यमिक शिक्षामंत्री, (स्वतंत्र प्रभार)
मंत्री जी ओर से हमें बताया गया है कि स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू हो गई है। उन्होंने दिवाली के बाद चार दिन की बात कही है। हम दस दिन तक इंतजार करेंगे। अगर इसके बाद भी शिक्षकों की स्थानांतरण सूची जारी नहीं हुई तो हम फिर यहां आकर धरना देंगे। - शुभेंद्र शरण त्रिपाठी, ऑफलाइन स्थानांतण संघर्ष समिति।
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