Updated: Wed, 17 Sep 2025 07:57 PM (IST)
संभल में गंगा का जलस्तर बढ़ने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। जलस्तर मंदिर की सीढ़ियों तक पहुंच गया है जिससे गंगा किनारे के गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। किसानों की बाजरा और गन्ने की फसलें बर्बाद होने की कगार पर हैं। प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है और ग्रामीणों को सावधान रहने की सलाह दी है। बारिश से मौसम सुहावना हो गया है।
जागरण संवाददाता, संभल। तहसील क्षेत्र के गंगा तटीय किनारे बसे गांवों में किसानों में चिंता बढ़ गई है। बीते दो दिनों से गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। गंगा घाट राजघाट के महंत मोनी बाबा ने बताया कि पहले जलस्तर मंदिर की सीढ़ियों से लगभग 20 मीटर दूर था, लेकिन अब सीढ़ियों तक पानी पहुंच गया है।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बीते एक सप्ताह से जलस्तर घटने से किसानों को राहत की उम्मीद थी, लेकिन बुधवार को अचानक जलस्तर बढ़ गया। गंगावास फतेहपुर, मीरमपुर, बझागी, तोतापुर, बिचपुरी, शैलाव, हुसैनपुर और शहाजहानाबाद के किसानों में पानी आने का डर बढ़ गया है। किसानों ने बताया कि हजारों बीघा में बोई गई फसलें जैसे बाजरा और गन्ना बर्बाद होने के कगार पर हैं। गंगा तटीय भूमि, जिसमें अधिकांश सिंचाई विभाग की जमीन शामिल है, भी बाढ़ की चपेट में आने लगी है।
पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश की वजह से गंगा में जल स्तर बढ़ रहा है। सोमवार को चौधरी चरण सिंह नरौरा बैराज पर तैनात सिंचाई विभाग के एसडीओ अंकित सिंह ने बताया कि गंगा में जल स्तर बुधवार को 177.91 मीटर (1,07,529 क्यूसेक) दर्ज किया गया, जबकि खतरे का निशान 178.765 मीटर (2,50,000 क्यूसेक) है।
हालांकि अभी जलस्तर खतरे के निशान से दूर है, फिर भी बाढ़ की बढ़ती धाराओं से किसान चिंतित हैं। किसानों का कहना है कि अगर जलस्तर और बढ़ा तो आवादी और फसल दोनों खतरे में आ सकते हैं। स्थानीय प्रशासन और सिंचाई विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है और ग्रामीणों को सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक सावधानियों के लिए सचेत किया गया है।
जिले भर में रिमझिम बरसात, मौसम हुआ सुहावना
जागरण संवाददाता, संभल: कई दिनों की तपिश और उमस भरी गर्मी के बाद मंगलवार रात से संभल जिले में रिमझिम बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। रात में आसमान पर घने बादल छाए और बिजली की चमक के साथ बूंदाबांदी शुरू हुई, जो बुधवार सुबह तक जारी रही।
हालांकि तेज बारिश न होने से जलभराव की स्थिति नहीं बनी, लेकिन तापमान और उमस में कमी आने से लोगों ने राहत महसूस की। बुधवार को न्यूनतम तापमान 24.6 डिग्री और अधिकतम तापमान 30.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लगातार एक सप्ताह से निकल रही धूप और उमस ने जनजीवन को प्रभावित कर रखा था।
उम्मीद जताई जा रही है अब बारिश का दौर विदा हो गया। भारतीय मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक बारिश जारी रहने की संभावना जताई है। इधर, बारिश ने मौसम को खुशनुमा बना दिया।
कई लोग बूंदाबांदी में भीगते हुए नजर आए। वहीं, ग्रामीण इलाकों में धान की कटाई का काम चल रहा है, जिस पर बारिश का असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। कुछ जगहों पर धान की तैयार फसल हवा चलने के कारण गिर भी गई है। इससे किसानों को नुकसान होने की आशंका है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।