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    Sambhal Fire Case: घर में ज्वलनशील पदार्थ बनाए जाने की आशंका, विभाग पर उठे सवाल

    By Jagran NewsEdited By: Aysha Sheikh
    Updated: Thu, 29 May 2025 06:54 PM (IST)

    चंदौसी के मौलागढ़ में राजेश गौतम के घर में आग लगने से सनसनी फैल गई। घर में अवैध मिलावटी डीजल-पेट्रोल बनाने की आशंका है जो एक पेट्रोल पंप को सप्लाई किया जाता था। आपूर्ति विभाग ने नमूने लिए हैं और जांच कर रहा है। पहले भी इसी इलाके में अवैध गैस रिफिलिंग के दौरान हादसा हो चुका है।

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    मौलागढ़ में घर में लगी भीषण आग

    जागरण संवाददाता, चंदौसी। मौलागढ़ निवासी राजेश कुमार गौतम के घर में लगी आग और हुए धमाकों ने इलाके में सनसनी फैला दी है। जिस तरह से आग भड़की और विस्फोट हुए, उससे यह स्पष्ट हो गया कि घर में किसी अत्यंत ज्वलनशील पदार्थ का भंडारण किया जा रहा था।

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    घटनास्थल पर मौजूद लोगों में चर्चा थी कि गौतम के घर में लंबे समय से अवैध रूप से मिलावटी डीजल-पेट्रोल तैयार किया जा रहा था। स्थानीय लोगों का दावा है कि यह मिलावटी ईंधन बहजोई रोड स्थित एक पेट्रोल पंप को आपूर्ति किया जाता था।

    आग पर काबू पाने के बाद आपूर्ति विभाग की टीम मौके पर पहुंची। एआरओ कमलेश यादव और पूर्ति निरीक्षक ललित ने घटनास्थल से जले हुए पदार्थों के सैंपल लिए, साथ ही संदिग्ध पेट्रोल पंप से भी नमूने एकत्र किए गए। हालांकि सवाल यह भी उठ रहा है कि आपूर्ति विभाग की नाक के नीचे वर्षों से ऐसा अवैध कारोबार चलता रहा और उन्हें भनक तक नहीं लगी। यह विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करता है।

    एआरओ शिकायतें मिली है कि यहां केरोसिन से मिलावटी पेट्रोल तैयार किया जा रहा था, लेकिन आग में सब कुछ जल जाने के कारण यह कहना कठिन है कि ड्रमों में कौन-सा ज्वलनशील पदार्थ मौजूद था। फिलहाल छह ड्रम और एक सिलेंडर जब्त कर पुलिस ने कब्जे में ले लिए हैं।

    सैंपलों की जांच और आपसी मिलान के लिए भेजा गया है। जांच में अगर पेट्रोल या डीजल की पुष्टि होती है, तो विभागीय स्तर पर एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। साथ ही इस मिलावटी ईंधन को तैयार करने की प्रक्रिया की भी गहन पड़ताल की जा रही है।

    इससे पहले भी हो चुकी है बड़ी घटना

    करीब दो-ढाई वर्ष पूर्व इसी मोहल्ले में राजेश गौतम के घर के सामने स्थित एक दुकान में अवैध गैस रिफिलिंग के दौरान बड़ा हादसा हुआ था। रिफिलिंग के समय एक कार में आग लग गई थी। स्थानीय लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन पूरी कार जल जाने के बाद ही आग पर काबू पाया जा सका। बीच आबादी में इस तरह के खतरनाक कारोबार न केवल कानून की खुली अवहेलना हैं, बल्कि लोगों की जान से खिलवाड़ भी हैं।