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    SIR का काम: घबराएं नहीं बीएलओ! फीडिंग कराएं ऑपरेटर से, हर स्तर पर सहायता केंद्र मौजूद

    Updated: Mon, 01 Dec 2025 05:54 PM (IST)

    एसआइआर कार्य को लेकर बीएलओ को परेशान होने की जरूरत नहीं है। वे फीडिंग के लिए ऑपरेटर की मदद ले सकते हैं। हर स्तर पर सहायता केंद्र मौजूद हैं जो उन्हें मार्गदर्शन देंगे। बीएलओ को ऑपरेटरों के माध्यम से फीडिंग कराने की सलाह दी जाती है, जिससे काम आसानी से हो सके।

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    प्रतीकात्‍मक च‍ित्र

    संवाद सहयोगी, जागरण, संभल। एसआइआर कार्य के बीच जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बीएलओ और फीडिंग टीमों को किसी प्रकार का तनाव लेने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि उनकी सहायता के लिए ग्राम पंचायत से लेकर तहसील स्तर तक मोबाइल-फ्रेंडली कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है।

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    एसडीएम द्वारा किए गए सत्यापन में यह भी दर्ज किया गया कि कौन-कौन से बीएलओ मोबाइल सही से चला लेते हैं और किन्हें अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता है। ऐसे बीएलओ के साथ लेखपाल, कानूनगो, अमीन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायक कर्मचारी, शिक्षक और पंचायत सहायकों को सहायक रूप से नियुक्त किया गया है, ताकि प्रपत्रों की फीडिंग में किसी प्रकार की तकनीकी बाधा न आए।

    इसके अलावा पंचायत सचिव और ग्रामीण विकास विभाग के कर्मचारी भी इस प्रक्रिया से जोड़े गए हैं। विशेष प्रशिक्षण देकर पंचायत सहायकों को फीडिंग प्रक्रिया में दक्ष बनाया गया है ताकि बीएलओ की फील्ड में आने वाली समस्याओं को तुरंत हल किया जा सके। प्रशासन ने यह भी निर्देश दिया है कि जो बीएलओ स्वयं फीडिंग नहीं कर पा रहे हैं, वे तनाव लेने के बजाय सीधे ब्लाक या तहसील मुख्यालय पहुंचकर अपने सामने आपरेटर से फीडिंग करवा सकते हैं।

    इसके अतिरिक्त शिक्षा विभाग के दो केंद्रों पर भी फीडिंग सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जहां पंचायत सहायक या बीएलओ अपने प्रपत्रों को तुरंत फीड करा सकते हैं। यह व्यवस्था इसलिए बनाई गई है ताकि बीएलओ का कार्यभार कम हो, फील्ड में भ्रम की स्थिति न हो और जिले में एसआइआर का लक्ष्य निर्धारित समय में पूरा किया जा सके।

    घबराने की जरूरत नहीं, अनुपस्थित सूची में नाम होने पर भी मिलेगा मौका

    जिले में एसआइआर का कार्य बेहद तेजी से आगे बढ़ रहा है और अब तक कुल 15,70,306 मतदाताओं में से 80 प्रतिशत डिजिटाइजेशन का कार्य पूरा हो चुका है। 1,590 बीएलओ जिले में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं और जिन घरों तक बीएलओ द्वारा मतदाता गणना पत्र भेजा गया है, लेकिन वापस नहीं मिला है, ऐसे मतदाताओं को भी घबराने की आवश्यकता नहीं है।

    बीएलओ या उनके सहयोगी बार-बार जाकर प्रपत्र लेने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन यदि फिर भी मतदाता गणना पत्र नहीं मिल पाता है तो संबंधित मतदाता का नाम 11 दिसंबर के बाद जारी होने वाली अनुपस्थिति सूची में डाल दिया जाएगा। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अनुपस्थित सूची में शामिल होना अंतिम निर्णय नहीं होगा, बल्कि तहसील और ब्लाक मुख्यालयों पर यह सूची चस्पा की जाएगी।

    ऐसे सभी मतदाताओं को आगे अवसर दिया जाएगा। मतदाता अपने किसी एक पहचान प्रमाण जैसे आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक पासबुक, बिजली बिल आदि के साथ एसडीएम कार्यालय पहुंचकर अपना सत्यापन करा सकेंगे। एसडीएम द्वारा जांच के बाद यदि वह मतदाता सही पाया जाता है तो उसका नाम अंतिम सूची में जोड़ दिया जाएगा।

    किसी भी वैध मतदाता का अधिकार प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा। प्रशासन का कहना है कि एसआइआर को पारदर्शी और शत-प्रतिशत अद्यतन बनाने के लिए यह प्रक्रिया तय की गई है ताकि प्रत्येक पात्र मतदाता का नाम सुरक्षित रहे और किसी त्रुटि के कारण कोई भी मतदाता सूची से बाहर न हो पाए।

     

    जिले में एसआइआर कार्य पूरी गति से चल रहा है और किसी मतदाता या बीएलओ को घबराने की जरूरत नहीं है। जिनका प्रपत्र जमा नहीं हुआ है उन्हें अतिरिक्त अवसर दिया जाएगा। बीएलओ की सहायता के लिए मोबाइल-फ्रेंडली टीम तैनात है और फीडिंग के लिए तहसील व ब्लाक स्तर पर सुविधाएं उपलब्ध हैं। हमारा लक्ष्य है कि किसी भी पात्र मतदाता का नाम सूची से बाहर न रहे।

    - प्रदीप वर्मा, एडीएम, संभल


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