संभल की राया बुजुर्ग मस्जिद पर चला बुलडोजर, हाईकोर्ट में याचिका खारिज होने के बाद कमेटी ने चलवाई JCB
उत्तर प्रदेश के संभल जिले के राया बुजुर्ग गांव में मस्जिद कमेटी ने ग्रामीणों के साथ मिलकर रविवार को मस्जिद को तोड़ना शुरू कर दिया। हाईकोर्ट द्वारा मस्जिद के खिलाफ दायर याचिका खारिज होने के बाद कमेटी ने बुलडोजर की मदद ली। दोपहर तक बुलडोजर ने मस्जिद को तोड़ने का काम शुरू कर दिया जिससे क्षेत्र में खलबली मच गई।

जागरण संवाददाता, संभल। असमौली क्षेत्र में गांव राया बुजुर्ग में मस्जिद कमेटी की ओर से ग्रामीणों ने रविवार सुबह से खुद ही मस्जिद को तोड़ने का काम शुरू कर दिया था। वहीं दोपहर को मस्जिद कमेटी को बुलडोजर से मदद लेनी पड़ी।
क्योंकि हाई कोर्ट में कमेटी की ओर से दायर की गई रिट पर सुनवाई करते हुए शनिवार को उसे खारिज कर दिया था। ऐसे में रविवार दोपहर को बुलडोजर पहुंचने के बाद लोगों में खलबली मच गई। जहां बाद मे बुलडोजर ने अपना काम शुरू कर दिया।
रविवार को ग्रामीणों ने स्वयं ही तोड़ना शुरू की थी मस्जिद
मालूम हो कि क्षेत्र के गांव राया बुजुर्ग में खाद के गड्ढों की सरकारी भूमि पर कई वर्ष पहले मस्जिद का निर्माण कर लिया गया था। जहां बाद में राजस्व विभाग की ओर से 20 जून को लेखपाल ने सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे की रिपोर्ट दी थी। इस रिपोर्ट पर प्रक्रिया शुरू करते हुए तहसीलदार न्यायालय में वाद दायर किया गया, जिसमें सुनवाई के बाद दो सितंबर को बेदखली के आदेश जारी किए गए। इस पर प्रशासन की ओर से तहसीलदार द्वारा 13 सितंबर को गांव में जाकर नोटिस जारी किए गए और एक सप्ताह का समय दिया गया था।
बरात घर पर चला था बुलडोजर
वहीं अतिक्रमण को चिंहित कर लाल रंग से निशान भी लगवाए थे। मगर इसके बाद भी अतिक्रमण को नहीं हटवाया गया था। गुरुवार को इसी आदेश का पालन कराने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल के साथ अधिकारी मौके पर पहुंचे और वहां तालाब की भूमि पर बने बरात घर व खाद के गड्ढे की भूमि पर बनी मस्जिद को ध्वस्त करने के निर्देश दिए। बरात घर को बुलडोजर की मदद से ध्वस्त कर दिया गया।
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