पवांसा में एकादशी पर हुआ रावण दहन
बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व विजयदशमी का पर्व एकादशी को पवांसा में रावण का पुतला फूंका गया। गांव के संतोषी माता मंदिर के मैदान में मेले का आयोजन किया गया जिसमें महिला पुरुष और बच्चों ने जमकर खरीदारी की। शाम सात बजे भगवान श्रीराम ने अग्निवाण मारकर रावण का वध किया।
पवांसा, जासं: बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व विजयदशमी का पर्व एकादशी को पवांसा में रावण का पुतला फूंका गया। गांव के संतोषी माता मंदिर के मैदान में मेले का आयोजन किया गया, जिसमें महिला पुरुष और बच्चों ने जमकर खरीदारी की। शाम सात बजे भगवान श्रीराम ने अग्निवाण मारकर रावण का वध किया।
पवांसा में संतोषी माता मंदिर के मैदान में मेले का आयोजन किया गया। मेले में सुबह से ही आस पास के गांव से लोगों की भीड़ मेले में जुटनी शुरु हो गये। मेला महिलाओं के सौर्दय प्रसाधन, चांट पकौडी व झूले लगे थे। जिसपर बच्चों व युवाओं ने जमकर आनंद लिया। महिलाओं ने मेला में जमकर खरीदारी की। यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा। शाम को कम्पनी कलाकारों द्वारा मेला प्रांगण में रामचन्द्र जी और रावण की सेना के बीच युद्ध हुआ, जिसमें मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने अग्निबाण चलाकर रावण का वध किया। अग्निबाण लगते ही रावण का पूतला धू धू कर चलने लगा। इसके साथ ही बुराई पर अच्छाई की विजय हुई। पुतला में आग लगते ही हर तरफ जय श्रीराम के नारे लगने लगे और रंग बिरंगी आतिशबाजी छूटने लगी। इस दौरान मेला ग्राउंड रंग बिरंगी लाइटों से जगमगा रहा था। पुतला दहन को लेकर युवाओं और बच्चों में खासा उत्साह नजर आया। मेला में पुलिस प्रशासन की ओर कड़े इंतेजाम किये गये थे। रामलीला अध्यक्ष डॉ. मंजू शर्मा, मनोज शर्मा, राहुल राघव, रवि राघव, निवेश राघव, सौरव शर्मा, अवधेश प्रताप राघव, अशोक कुमार, संजु राघव, पंकज राघव, डी साहब, देवेंद्र राघव मौजूद रहे।
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