‘लव जिहाद को हम ब्याज सहित…’ रामभद्राचार्य ने कहा- जो जय श्री राम कहेगा वही भारत में राज करेगा
रामभद्राचार्य ने लव जिहाद पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इसे ब्याज सहित वापस लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जो 'जय श्री राम' का नारा लग ...और पढ़ें

कथा के दौरान हनुमान चालीस का प्रतिदिन पाठ करने को किया प्रेरित
जागरण संवाददाता, संभल। कल्कि धाम में आयोजित श्री कल्कि महोत्सव के दौरान श्रीकल्कि कथा में आचार्य रामभद्राचार्य ने कहा कि जब कल्कि अवतार होगा तो कलयुग बोरी बिस्तर लेकर भाग जायेगा। अन्न्पूर्णा शर्मा ने भगवान का पालन किया। जो कि बनारस में रहती थीं।
उन्होंने कहा कि जो जय श्री राम कहेगा वही भारत में राज करेगा। चित्रकूट के बारे में बताते हुए कहा कि भगवान ने विभीषण की थी तो वहां मंदिर भी बनाया गया था। ऐसे में उन्होंने सभी को प्रेरित करते हुए कहा कि हम सभी को प्रतिदिन सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए। ऐसे में बहुत से भक्त ऐसे भी हैं जो बिना सुंदरकांड पाठ किए जल भी ग्रहण नहीं करते हैं।
अंत में आचार्य रामभद्राचार्य ने बताया कि लव जिहाद के नाम पर हिंदू कन्याओं को फंसाया जा रहा है। इसको हम ब्याज सहित चुकाएंगे।
बुधवार को तहसील क्षेत्र के गांव ऐचोडा कंबोह स्थित श्रीकल्कि धाम में आयोजित श्री कल्कि महोत्सव के दौरान तीसरे दिन सवेरे कल्कि पुरम में योग शिविर का आयोजन किया गया। जहां साधु संतों के साथ साथ काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने योग किया।
इसके बाद मनोरथ सिद्धि महायज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य यजमान के रूप में कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम शामिल रहे और उनके साथ कई अन्य श्रद्धालुओं व साधु संतों ने यज्ञ में आहुतियां देकर लोक कल्याण व विश्व शांति की कामना की।
धाम में दोपहर को दीप प्रज्जवलित कर कथा की शुरूआत की गई, जिसमें स्वामी रामभद्राचर्या ने व्यास पीठ से उद्घोषणा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस गांव में पिछले वर्ष कल्कि धाम का शिलान्यास किया था। इसी ऐचोड़ा कंबोह गांव में श्री कल्कि नारायण की माता सुमति का मायका है।
उन्होंने कहा कि गांव भगवान कल्कि की ननिहाल होगा, जो कि दो गंगा के बीच में है। कथा प्रवचन में कहा कि जिसके आने से कलयुग भाग जाता है उसे कल्कि भगवान कहते हैं। दूसरा अर्थ है कि कल कम पथ इनके आने मात्र से सारे संसार का पाप दूर हो जाएगा।
चार भुजाओं वाला एक हाथ में चक्र, एक तलवार, एक गदा और देखने में बालक प्रतीत होगा। इसके साथ भजन कल्कि कलयुग में विनाश को अवतार लो अवतार लो देखो यह गइयां कट रही हैं गुंडों से धरती अत रही है, विनाश को सवार लो अवतार लो अवतार लो।
उन्होंने भगवान कल्कि की चर्चा क्यों करनी चाहिए के बारे में बताते हुए कहा कि राम के अवतार से पहले राम की भी चर्चा हुई थी। श्री राम के अवतार से पहले प्रहलाद खंभे में सिर मार मार कर राम को प्रकट करा सकते हैं तो हम कल्कि भगवान का गुणगान करके उन्हें अपनी भक्ति से रिझा कर क्यों नहीं प्रकट करा सकते। बाद में भगवान कल्कि की आरती कर कथा का समापन किया गया। इस दौरान पंडाल में हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

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