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    यूपी में हलाल सर्टिफाइड वस्तुओं की बिक्री पर रोक के आदेश के बाद सियासत तेज, सांसद बर्क ने सीएम योगी से मांगा ये सबूत

    Updated: Wed, 22 Oct 2025 09:57 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश में हलाल प्रमाणित उत्पादों पर प्रतिबंध के बाद राजनीति गरमाई। सांसद शफीकुर रहमान बर्क ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फैसले का प्रमाण मांगा। उन्होंने कहा कि सरकार को साबित करना होगा कि हलाल उत्पादों से देश को क्या नुकसान हो रहा था। विपक्षी दल सरकार पर धार्मिक भेदभाव का आरोप लगा रहे हैं।

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    जागरण संवाददाता, संभल। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में हलाल सर्टिफाइड वस्तुओं की बिक्री पर रोक लगाने के आदेश के बाद सियासत तेज हो गई है। संभल के समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस बयान पर सवाल उठाया, जिसमें कहा गया था कि हलाल सर्टिफिकेशन के जरिए गैर-खाद्य वस्तुओं में भी करीब 25 हजार करोड़ रुपये कमाए गए और उस धन का इस्तेमाल आतंकवाद, लव जिहाद और धर्मांतरण में किया गया। सांसद बर्क ने मुख्यमंत्री से इस दावे के सबूत मांगे हैं।

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    उन्होंने कहा कि बिना किसी ठोस प्रमाण के इस तरह का बयान देना न केवल भ्रामक है, बल्कि धार्मिक और व्यावसायिक स्वतंत्रता पर हमला है। सांसद ने कहा कि हलाल सर्टिफाइड वस्तुओं पर रोक असंवैधानिक है और यह व्यापारिक स्वतंत्रता का खुला उल्लंघन है। उन्होंने योगी सरकार पर दोहरी नीति अपनाने का भी आरोप लगाया।

    बर्क ने कहा कि यदि सरकार को हलाल प्रमाणन से इतनी दिक्कत है तो वह हलाल सर्टिफाइड वस्तुओं के एक्सपोर्ट (निर्यात) पर भी रोक लगाए। उन्होंने सरकार को इस दिशा में कदम उठाने की चुनौती दी। सांसद ने कहा कि हलाल सर्टिफिकेशन केवल मुस्लिम समाज से जुड़ा विषय नहीं, बल्कि कई देशों की व्यापारिक मांग का हिस्सा है। इस पर रोक लगाना न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाएगा बल्कि उत्तर प्रदेश की छवि को भी प्रभावित करेगा।