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एक सच्चा दोस्त ही जीवन में देता है साथ

चन्दौसी (सम्भल) एक सच्चा दोस्त हमारे जीवन का सबसे बड़ा उपहार होता है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 12:35 AM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 12:35 AM (IST)
एक सच्चा दोस्त ही जीवन में देता है साथ
एक सच्चा दोस्त ही जीवन में देता है साथ

चन्दौसी (सम्भल) : एक सच्चा दोस्त हमारे जीवन का सबसे बड़ा उपहार होता है। जिसे पाना कठिन होता है और एक बार मिलने के बाद उसे कभी छोड़ना नहीं चाहिए। जरूरत में एक दोस्त वास्तव में एक दोस्त है यह प्रसिद्ध उदाहरण पूरी तरह से सच्ची दोस्ती के अर्थ को पूरा करता है। क्योंकि सच्चे दोस्त हमेशा आपके साथ खड़े होते हैं। जब आप परेशान हों और जो आपके साथ खड़ा हो उसे ही सच्चा दोस्त कहा जाता है।

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एक सच्चा दोस्त ईश्वर का सबसे सुंदर आशीर्वाद है जिसे संसार की किसी भी अमूल्य वस्तु की तरह माना जाना और पोषित करना आवश्यक है। एक अच्छा दोस्त बिना किसी अपेक्षा और कोई मांग के साथ मिलना मुश्किल है। एक सच्ची दोस्ती में बहुत सारी भावनाओं के साथ विभिन्न रंगों की गुणवत्ता होती है। कभी-कभी खुश हो जाते हैं, कभी-कभी भी भावुक हो जाते हैं और कुछ समय में एक दूसरे से लड़ते-झगड़ते हैं लेकिन, यह उनकी सच्ची दोस्ती को प्रभावित कभी नहीं कर सकता है। दोस्त हमेशा देखभाल करने वाले, प्यार करने वाले, वफादार, भावुक होते हैं। आलोचना करने वाले कभी भी आपके सच्चे दोस्त नहीं हो सकते। सबसे महत्वपूर्ण बात है कि अपने दोस्तों के प्रति वफादार होना चाहिए। यह सभी गुण एक अच्छे दोस्त में मिलते हैं। जो व्यक्ति आपको धोखा देता है, जो व्यक्ति आपकी पीठ के पीछे कुछ बात करता है, आप पर हंसता है, वह कभी भी आपका सच्चा दोस्त नहीं हो सकता। मित्रता एक पवित्र संबंध है। एक दूसरे की समस्याओं को सुनते हैं। समझने का प्रयास करते हैं। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि संबंधों के बारे में एक अच्छा दोस्त हमेशा एक असली जीवन का खेवनहार होता है। मित्रता कभी भी लोगों की स्थिति पर निर्भर नहीं होती है। एक राजा और एक भिखारी सच्चे दोस्त हो सकते हैं और एक गरीब एक अमीर उद्योगपति भी सच्चे दोस्त हो सकते हैं जिसका जीता जागता उदाहरण आप लोगों ने पढ़ा होगा भगवान श्रीकृष्ण गरीब सुदामा के साथ बिना शर्त सच्ची दोस्ती की थी। कृष्ण और सुदामा की मित्रता हम सभी के लिए एक मील का पत्थर है। आत्मा की तरह थी उनकी दोस्ती। उस स्तर पर थी जहां अगर कोई एक दूसरे को चोट पहुंचाता था तो एक दूसरे को दर्द महसूस करते थे। यही दोस्ती की पहचान होती है। दोस्ती के नियमों को पालन करना चाहिए।

एक अच्छा दोस्त एक रिश्ता है जो हम जीवन में कमाते हैं, प्यार करते हैं। देखभाल करने वाला, मददगार, ईमानदार, वफादार और सबसे महत्वपूर्ण सबसे बड़ी उपलब्धि है जो हम सच्चे दोस्त के रूप में देखते हैं। जन्मदिन की पार्टी में हमेशा दोस्तों के साथ मजेदार होती है। दोस्त सबसे नजदीकी होता है जिनके साथ हम अपनी प्रत्येक बात साझा कर सकते हैं। हम उन पर भरोसा कर सकते हैं। जब आप सबसे कठिन दौर से गुजर रहे होंगे तो आपके परिवार के लोग आपसे दूरी बना लेंगे लेकिन, दोस्त हमेशा आपके साथ खड़ा हुआ मिलेगा।

- मनोज कुमार गुप्ता, प्रवक्ता एसएम इंटर कालेज चन्दौसी


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