म्यूल अकाउंट के जरिये सात राज्यों से 2.50 लाख की ऑनलाइन ठगी, दो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
संभल में साइबर ठगी के बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाने के लिए चल रही कार्रवाई के तहत असमोली थाना क्षेत्र में आनलाइन फाइनेंशियल ठगी का बड़ा मामला सामने आया ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, संभल। जनपद में साइबर ठगी के बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाने के लिए चल रही कार्रवाई के तहत असमोली थाना क्षेत्र में आनलाइन फाइनेंशियल ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। साइबर सेल की जांच में एक म्युल बैंक खाते के माध्यम से देश के सात राज्यों के लोगों से ढ़ाई लाख रुपये की ठगी किए जाने के मामले में पुलिस ने दो आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
साइबर ठगी की रोकथाम को लेकर की जा रही निरोधात्मक कार्रवाई के दौरान जनपदीय साइबर सेल को असमोली थाना क्षेत्र के गांव चंदवार में एक संदिग्ध बैंक खाते का सत्यापन करने के लिए सूचना मिली। जांच में बैंक आफ महाराष्ट्रा की शाखा में चल रहा एक खाता संदिग्ध पाया गया। संबंधित बैंक से प्राप्त विवरण के अनुसार यह खाता गांव चंदवार के गुलफाम नाम से पंजीकृत था। खाते के स्टेटमेंट की जांच में 23 अप्रैल 2025 से 25 अप्रैल 2025 के बीच कुल 10,304 ट्रांजेक्शन अवैध पाए गए।
समन्वय पोर्टल पर जांच करने पर उस खाते से जुड़े आनलाइन ठगी के संबंध में एनसीआरपी पोर्टल पर कुल 17 शिकायतें दर्ज मिलीं। जो, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा, ओडिशा, तमिलनाडु, उत्तराखंड और तेलंगाना सहित विभिन्न राज्यों से संबंधित हैं। इन शिकायतों में छोटी-बड़ी धनराशि की आनलाइन ठगी की गई थी। पूछताछ के दौरान खाता धारक गुलफाम ने बताया कि हयातनगर थाना क्षेत्र के गांव नसीरपुर निवासी नाजिम उसके संपर्क में था।
नाजिम ने उसे ढाई लाख रुपये देने का लालच देकर बैंक आफ महाराष्ट्रा में खाता खुलवाया, चार खातों में उसका मोबाइल नंबर दर्ज कराया और पासबुक व डेबिट कार्ड अपने पास रख लिए। बाद में ओटीपी लेकर खाते का दुरुपयोग किया गया।
असमोली के प्रभारी निरीक्षक मोहित चौधरी ने बताया कि गुलफाम और नाजिम ने आपसी मिलीभगत से विभिन्न राज्यों के लोगों के साथ आनलाइन धोखाधड़ी कर अनाधिकृत आर्थिक लाभ अर्जित किया। इस मामले में दोनों आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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