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    यूपी में तोड़ी जा रही है ये मस्जिद, बुलडोजर के डर से नमाज पढ़कर 10 लोग खुद ही तोड़ने लगे दीवार

    Updated: Sat, 04 Oct 2025 07:37 PM (IST)

    संभल के राया बुजुर्ग गांव में खाद के गड्ढों पर बनी मस्जिद को तोड़ने का काम हाईकोर्ट में याचिका खारिज होने के बाद भी नहीं हुआ। मस्जिद कमेटी ने प्रशासन की कार्रवाई के खिलाफ याचिका दायर की थी। पहले प्रशासन ने बरात घर तोड़ा था और मस्जिद कमेटी ने तोड़फोड़ के लिए समय माँगा था। सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात है।

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    शनिवार को नहीं हुआ मस्जिद तोड़ने का काम

    जागरण संवाददाता, संभल। असमोली क्षेत्र के गांव राया बुजुर्ग में शनिवार को खाद के गड्ढों की जमीन पर बनी मस्जिद को तोड़ने का काम नहीं किया गया। क्योंकि मस्जिद कमेटी की ओर से प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई के विरोध में हाइकोर्ट में याचिका दायर की गई थी और उसमें सुनवाई होनी थी, लेकिन बाद में न्यायालय की ओर से याचिका को खारिज कर दिया गया। वहीं गांव में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल भी तैनात दिखा।

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    मालूम हो कि क्षेत्र के गांव राया बुजुर्ग में खाद के गड्ढों की सरकारी भूमि पर कई वर्ष पहले मस्जिद का निर्माण कर लिया गया था। जहां बाद में राजस्व विभाग की ओर से 20 जून को लेखपाल ने सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे की रिपोर्ट दी थी। इस रिपोर्ट पर प्रक्रिया शुरू करते हुए तहसीलदार न्यायालय में वाद दायर किया गया, जिसमें सुनवाई के बाद दो सितंबर को बेदखली के आदेश जारी किए गए।

    इसपर प्रशासन की ओर से तहसीलदार द्वारा 13 सितंबर को गांव में जाकर नोटिस जारी किए गए और एक सप्ताह का समय दिया गया था। वहीं अतिक्रमण को चिंहित कर लाल रंग से निशान भी लगवाए थे। मगर इसके बाद भी अतिक्रमण को नहीं हटवाया गया था।

    गुरुवार को इसी आदेश का पालन कराने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल के साथ अधिकारी मौके पर पहुंचे और वहां तालाब की भूमि पर बने बरात घर व खाद के गड्ढे की भूमि पर बनी मस्जिद को ध्वस्त करने के निर्देश दिए। बरात घर को बुलडोजर की मदद से ध्वस्त कर दिया गया। जबकि मस्जिद कमेटी ने चार दिन का समय अधिकारियोंं से लेते हुए स्वयं ही तोड़ने की बात कही थी।

    शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद करीब आठ दस लोगों ने मस्जिद की दीवार को तोड़ना भी शुरू किया, लेकिन इसके साथ ही हाइकोर्ट में प्रशासन की ओर से याचिका भी दायर कर दी थी, जिसमें सुनवाई के लिए शनिवार की तारीख तय की गई थी।

    शनिवार को सुनवाई के दौरान न्यायालय की ओर से याचिका को खारिज कर दिया गया था। जबकि शनिवार को ग्रामीणों द्वारा दीवार को नहीं तोड़ा गया। वहीं गांव में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल तैनात रहा। असमोली थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार मलिक ने बताया कि शनिवार को मस्जिद में किसी प्रकार की कोई तोड़फोड़ का कार्य नहीं किया गया।