हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब और बेटे के खिलाफ लुकआउट नोटिस, FLC कंपनी की मनी ट्रेल खंगालेगी संभल पुलिस
संभल में एफएलसी कंपनी में निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी के मामले में मशहूर हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब उनके बेटे अनस और सहयोगी सैफुल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। पुलिस ने तीनों के खिलाफ तीन और प्राथमिकी दर्ज की हैं जिससे मामलों की संख्या 23 हो गई है।

जागरण संवाददाता, संभल। एफएलसी कंपनी में निवेश के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी में मशहूर हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब, बेटे अनस और सहयोगी सैफुल के खिलाफ पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी किया है। वहीं, मंगलवार को भी तीनों के विरुद्ध तीन प्राथमिकी दर्ज की गईं, जिससे दर्ज मामलों की संख्या 23 तक पहुंच चुकी है। बढ़ती शिकायतों को देखते हुए पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। अब एफएलसी कंपनी के वित्तीय लेनदेन (मनी ट्रेल) की विस्तृत जांच पुलिस कर रही है।
24 अगस्त 2023 को एक मीटिंग में सैफुल ने जावेद हबीब और उनके बेटे अनस का हवाला देते हुए एफएलसी कंपनी की ‘क्वाइन स्कीम’ में निवेश पर 70 प्रतिशत तक मुनाफे का दावा किया था। पांच साल में रकम दोगुनी करने और किसी भी नुकसान की पूरी जिम्मेदारी का भरोसा दिया था। इसी भरोसे पर इनलोगों ने लाखों रुपये का निवेश किया। बाद में कंपनी बंद हो गई। रकम डूबने की शिकायत करने पर धमकियां तक दी जाने लगीं।
पुलिस ने बताया कि दिल्ली और मुंबई में कंपनी के कई बैंक खातों और डिजिटल ट्रांजेक्शन के साक्ष्य मिले हैं। अब तक करीब पांच करोड़ रुपये के निवेश की पुष्टि हो चुकी है और 150 से अधिक लोग इस जालसाजी में फंसे हैं।
पुलिस को आशंका है कि लेनदेन अंतरराज्यीय स्तर तक फैला हो सकता है, इसलिए जांच में अब कंपनी से जुड़े वित्तीय दस्तावेज, आनलाइन वालेट और पेमेंट गेटवे के रिकार्ड भी शामिल किए जा रहे हैं। रायसत्ती थाना प्रभारी बोबिंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि एफएलसी कंपनी से संबंधित ठगी प्रकरण में 23 प्राथमिकी हो चुकी हैं। वहीं, आरोपितों के विरुद्ध लुकआउट नोटिस जारी कर जांच का दायरा बढ़ाया गया है।
यह होता है लुकआउट नोटिस
लुकआउट नोटिस (लुकआउट सर्कुलर) किसी आपराधिक, वित्तीय अनियमितता जैसे मामलों में वांछित व्यक्ति को देश छोड़ने से रोकने के लिए जारी किया जाता है। इसे सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों, बंदरगाहों और जमीनी सीमाओं पर संबंधित अधिकारियों के पास भेजा जाता है। इसके अलावा विदेश जाने की अनुमति देने वाले मंत्रालय व विभाग को सूचना दी जाती है। लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद उस व्यक्ति को गिरफ्तार भी कर लिया जाता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।