जावेद हबीब ने 18 निवेशकों की लौटाई रकम, बाकी को दिसंबर तक का समय; 32 FIR के बाद पुलिस लगातार कर रही छापेमारी
एफएलसी कंपनी में निवेश के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी के आरोपों से घिरे जावेद हबीब पर पुलिस दबाव का असर दिखने लगा है। लगातार दर्ज मुकदमों और पुलिस की ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, संभल। एफएलसी कंपनी में निवेश के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी के आरोपों से घिरे जावेद हबीब पर पुलिस दबाव का असर दिखने लगा है। लगातार दर्ज मुकदमों और पुलिस की छापेमारी के बीच जावेद हबीब ने 43 निवेशकों में से 18 को रकम लौटाई है, जबकि बाकी को दिसंबर तक का समय दिया गया है। हालांकि, आंशिक भुगतान के बावजूद पुलिस कार्रवाई थमी नहीं है और विवेचना के दौरान उसके खिलाफ छापेमारी लगातार जारी है।
दरअसल, एफएलसी कंपनी के नाम पर निवेशकों से रुपये जमा कराने के मामले में मशहूर हेयर स्टाइलिश जावेद हबीब, उनके बेटे अनोस और सहयोगी सैफुल के खिलाफ रायसत्ती थाने में दर्ज 32 मुकदमों की जांच की चल रही है। जावेद हबीब ने 43 निवेशकों में से 18 लोगों को उनकी जमा रकम लौटा दी है।
इन निवेशकों से कथित रूप से शपथ पत्र भी लिखवाए जाने की बात कही जा रही है, जिसमें उन्होंने आगे की कानूनी कार्रवाई न करने का उल्लेख किया है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि अब तक ऐसे किसी भी शपथ पत्र की आधिकारिक प्रति थाने या विवेचक को प्राप्त नहीं हुई है। जब तक शपथ पत्र न्यायालय या पुलिस के समक्ष प्रस्तुत नहीं होते, तब तक जांच की प्रक्रिया पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
जानकारी के मुताबिक 25 निवेशकों को दिसंबर माह तक रुपये लौटाने का आश्वासन दिया गया है। निवेशकों का कहना है कि उन्हें बार-बार समय दिया जा रहा है, लेकिन पूरा भुगतान अब तक नहीं हो सका है। इस कारण कई निवेशक अब भी असमंजस की स्थिति में हैं। मामले में पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। रायसत्ती थाना पुलिस की टीमें लगातार दिल्ली स्थित जावेद हबीब के आवास पर दबिश दे रही हैं।
अब तक 18 निवेशकों को जावेद हबीब की ओर से उनकी रकम लौटा दी गई है। बाकी निवेशकों को दिसंबर माह तक का समय दिया गया है। हालांकि जिन निवेशकों की रकम लौटा दी गई है। पुलिस को अभी तक इसकी जानकारी नहीं है और न ही जावेद हबीब के अधिवक्ता की ओर से अभी तक कोई शपथ पत्र पुलिस को दिए गए हैं। विवेचक पवित्र परमार का कहना है कि कितने निवेशकों के रुपये लौटाए गए हैं इसकी जानकारी नहीं है और न ही कोई शपथ पत्र प्राप्त हुआ है। हम लगातार उसके ठिकानों पर छापेमारी कर रहे हैं। कार्रवाई जारी है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।