दिल्ली की बड़ी अस्पताल तक बीमा फर्जीवाड़े गिरोही की सेंधमारी, शाहरूख खान की गर्लफ्रेंड भी गिरफ्तारं
संभल पुलिस ने बीमा क्लेम हड़पने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पांच और लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल के दो कर्मचारी भी शामिल हैं जिन्होंने अस्पताल से डाटा चोरी करके गिरोह को दिया था। गिरोह में एक इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर बैंक की बिजनेस डेवलपमेंट अधिकारी और एक दलाल भी शामिल हैं।

जागरण संवाददाता, संभल। दिल्ली, यूपी समेत 12 राज्यों में फैले बीमा क्लेम हड़पने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के पर्दाफाश के बाद पुलिस ने अब पांच और लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल में गार्ड और चतुर्थ श्रेणी कर्मी नौकरी करने वाले दो युवक शामिल हैं।
इन्होंने अस्पताल से डाटा चोरी करके गिरोह के अन्य सदस्यों को दिया था, टीम अन्य गिरफ्तार लोगों में एक इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर, बैंक की बिजनेस डेवलपमेंट, एक दलाल शामिल है।
एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि एएसपी अनुकृति शर्मा के नेतृत्व में चल रही बीमा गिरोह की कार्रवाई के बीच 15 फरवरी को एक ऐसा मामला आया था, जिसमें कैंसर से मरे त्रिलोक कुमार निवासी शक्तिनगर नई दिल्ली को छह महीने बाद दोबारा से जीबी पंत अस्पताल में भर्ती कराया, फिर उसे हृदयाघात से मरना दिखाया और अस्पताल के फर्जी दस्तावेज तैयार एमसीडी से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया। उसकी वास्तविक मृत्यु के बाद उसका बीमा कराया गया और फिर फर्जी कागजात बनाकर 20 लाख रुपये का बीमा क्लेम हासिल किया गया।
दरअसल, रजपुरा पुलिस ने 15 फरवरी को क्लेम हड़पने वाली गिरोह का चार सदस्य गिरफ्तार किए थे, जिसमें धनारी थाना क्षेत्र के गांव भैयापुर के शाहरुख खान भी था, जिसमें मोबाइल से कई अहम साक्ष्य हाथ लगे थे, जिसमें शाहरुख खान ऐसे कई लोगों से फोन पर चैटिंग करता था, जहां कुछ दस्तावेज मांगे जाते तो कुछ दस्तावेज उपलब्ध कराए जाते।
इसी के आधार पर दिल्ली के त्रिलोक कुमार की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी सपना का डाटा हासिल हुआ। फिर इसकी जांच की तो पाया था कि त्रिलोक कुमार के दो मृत्यु प्रमाण पत्र जारी हुए थे, जिसमें एक प्रमाण पत्र अस्पताल की फर्जी रिपोर्ट पर तैयार हुआ था, जिसमें अस्पताल में दो साल गार्ड रहे एक युवक और ईसीजी रूम में रहने वाले एक युवक ने गिरोह के सदस्यों का सहयोग किया था।
उसी के आधार पर पुलिस ने दिल्ली के थाना तिमारपुर से संजय बस्ती तिमारपुर के वीरेंद्र कुमार, सब्जी मंडी वेलकम थाना वेलकम दिल्ली के नवाज अहमद, सुगौली थाना हर्ष विहार दिल्ली की कल्पना, प्रेम नगर किराड़ी थाना सुलेमान नई दिल्ली के प्रेम और गाजियाबाद के थाना लोनी के राजनगर कॉलोनी के रविंद्र गुप्ता को गिरफ्तार किया।
वीरेंद्र कुमार वर्ष 2020 से 2022 तक जीबी पंत अस्पताल के बाहर गार्ड की नौकरी करता था और क्रिकेट में रुचि रखता था, लालच में आकर वह गिरोह के सदस्य शाहरुख से मिला और उसने अस्पताल से चिकित्सकों की मुहर और हस्ताक्षर के अलावा कई मरीजों की फाइल के डाटा को चोरी करके गिरोह के सदस्यों को दिया और स्वयं भी नौकरी छोड़कर गिरोह में शामिल हो गया।
नवाज अहमद जीबी पंत अस्पताल में एक कर्मियों के साथ चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी था और गार्ड वीरेंद्र के कहने पर गिरोह में शामिल हुआ फिर अस्पताल से ईसीजी रिपोर्ट को चोरी करके दे दिया।
कल्पना कई बैंकों में बिजनेस डेवलपमेंट के पद पर काम करती थी, उसने इस गिरोह के लिए खाता खुलवाने और लेनदेन का काम किया बाद में इसी गिरोह के साथ जुड़ गई और शाहरुख खान के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगी।
प्रेम नाम का व्यक्ति दिल्ली एमसीडी में दलाल के रूप में काम करता है, शाहरुख खान ने इसे संपर्क किया और प्रत्येक मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पांच हजार रुपये खर्च करता था। इसने ही त्रिलोक के मृत्यु प्रमाण पत्र को फर्जी तरीके से बनवाने में काम किया था।
वहीं, त्रिलोक कुमार की बीमा क्लेम को सेटल करने के लिए इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर के रूप में रविंद्र गुप्ता ने जांच की थी और उसने सभी दस्तावेज शाहरुख के संपर्क में रहते हुए मोबाइल से मांगे थे और फर्जी क्लेम सेटल करने के लिए उसने पूरा सहयोग किया।
आरोपितों के पास से जीबी पंत अस्पताल की चार फर्जी मोहरें, दो मोबाइल फोन, बीमा दस्तावेज, मृत्यु प्रमाण पत्र और फर्जी पहचान पत्र बरामद किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि इस गिरोह ने दिल्ली-एनसीआर से लेकर संभल तक अपना नेटवर्क फैला रखा था और अब तक कई फर्जी पॉलिसियों के जरिए लाखों रुपये की ठगी कर चुके थे।

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