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    उत्तर प्रदेश की इस पुलिस चौकी में मिलाई जाएगी कुंडली! 26 जनवरी को उद्घाटन, क्यों है खास?

    Updated: Fri, 10 Jan 2025 05:59 PM (IST)

    संभल में जामा मस्जिद के सामने बन रही सत्यव्रत पुलिस चौकी प्रदेश की पहली ऐसी चौकी होगी जहां क्षेत्रीय निवासियों और बाहरी व्यक्तियों का पूरा ब्योरा दर्ज रहेगा। तीन मंजिला भवन में संतरी चौकी हाई-रेजोल्यूशन कैमरे और ड्रोन निगरानी की व्यवस्था होगी। यह चौकी संभल में बार-बार होने वाली हिंसा को रोकने के लिए बनाई जा रही है। अपराधियों और संदिग्धों का डेटा भी चौकी में संग्रहित किया जाएगा।

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    प्रदेश में इकलौती होगी संभल की सत्यव्रत पुलिस चौकी - जागरण

    सौरव प्रजापति, संभल। शाही जामा मस्जिद के सामने बन रही सत्यव्रत पुलिस चौकी प्रदेश की पहली ऐसी चौकी होगी, जहां पर मुहल्लों में रहने वाले लोगों की कुंडली भी मौजूद रहेगी। नाम-पते के साथ-साथ रिश्तेदारों के बारे में भी यहां पर अभिलेख तैयार किए जाएंगे।

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    आने-जाने वाले बाहरी लोगों का ब्योरा भी इसी चौकी में रहेगा। इतना ही नहीं चौकी का भवन तीन मंजिला रहेगा और सबसे ऊपर संतरी के खड़े होने की व्यवस्था होगी। ड्रोन कैमरों के साथ उच्च क्षमता के सीसीटीवी लगाए जाएंगे।

    संभल में कई बार हुई हिंसा

    बता दें कि संभल का दामन कई बार दंगों के दाग से कलंकित हो चुका है। हाल ही में 19 व 24 नवंबर के दिन जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर होने का दावा करने के बाद सर्वे हुआ तो उसके विरोध में हिंसा हुई। मुस्लिम संप्रदाय के लोग और पुलिस-प्रशासन आमने-सामने आ गए। जिसमें चार लोगों की मौत भी हुई थी और 30 से अधिक पुलिस कर्मी घायल हुए थे।

    उसके बाद से ही शहर की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत रखने की मंशा से पुलिस विभाग ने जामा मस्जिद के सामने लगभग 300 वर्ग मीटर की सरकारी जमीन पर पुलिस चाैकी का निर्माण कराया। इस निर्माण को लेकर सरगर्मियां बढ़ीं। सियासत का भी दखल हुआ। क्योंकि इस चौकी की भूमि को वक्फ बोर्ड का बताया गया लेकिन, जांच में ऐसा कुछ नहीं मिला। जो, व्यक्ति इस जमीन की देखरेख करते थे।

    उन्होंने स्वयं पुलिस अधीक्षक को पत्र सौंपकर इस जमीन को सरकारी करार दिया है। खास बात यह है कि इसी चौकी के पास में ही हिंसा हुई और मस्जिद के तीन रास्तों से लोग पथराव कर रहे थे। महिलाएं भी घरों के छत से पत्थर मार रही थीं। फायरिंग हुई और गाड़ियों में आग भी लगा दी गई थी। खास बात यह है कि अधिकांश बवाली इसी क्षेत्र के रहने वाले हैं।

    क्या बोले अपर पुलिस अधीक्षक?

    अपर पुलिस अधीक्षक श्रीश्चंद्र ने बताया कि मस्जिद के सामने जो, सत्यव्रत पुलिस चौकी बन रही है। वो, प्रदेश की पहली ऐसी चौकी रहेगी। जो, अलग होगी। यहां का भवन तीन मंजिला रहेगा। सबसे ऊपर संतरी की व्यवस्था होगी। पीएसी के साथ-साथ भारी मात्रा में पुलिस फोर्स रहेगा। यह चौकी भविष्य को देखते हुए बताई गई है।

    मुहल्ला कोर्ट पूर्वी और कोर्ट गर्वी में बने दस हजार से अधिक घरों का ब्योरा इस चौकी में मौजूद रहेगा। ऊपर से भी निगरानी होगी। यहां पर उच्च क्षमता के कैमरे लगेंगे और बड़ा कंट्रोल रूम भी स्थापित होगा। जहां, 24 घंटे पुलिस कर्मी निगरानी करेंगे। अगर, कोई संदिग्ध व्यक्ति इस एरिया में आते-जाते नजर आया तो उस पर भी नजर रखी जाएगी। जानकारी होगी कि कौन व्यक्ति है और किसके घर पर आया। कनेक्शन क्या है।

    एरिया के अपराधियों का डाटा रहेगा चौकी में मौजूद

    दरअसल, हिंसा में कई अपराधी प्रवृति के लोग भी शामिल हुए। जिनकी पहचान सीसीटीवी फुटेजों में कैद हुई है। कुछ अपराधी मस्जिद के पास के मुहल्लों में भी रहते हैं। इसलिए पुलिस उन अपराधियों की कुंडली भी चौकी में मौजूद रहेगी। फोटो भी उपलब्ध रहेंगे। ताकी उनकी सक्रियता के बारे में भी पता किया जा सके। इतना ही नहीं हिंसा में जेल भेजे गए अपराधियों का ब्योरा भी इस चौकी में रखा जाएगा।

    सत्यव्रत पुलिस चौकी का गणतंत्र दिवस पर शुभारंभ किया जाएगा। यहां पर आजादी से जुड़े किस्से भी बताए जाएंगे। चौकी का शुभारंभ डीएम डा. राजेंद्र पैंसिया और पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई संयुक्त रूप से करेंगे। इसलिए निर्देश दिए गए हैं कि जल्द से जल्द इस चौकी के निर्माण को पूरा कराया जाएं। मौजूदा समय में चौकी की एक मंजिल बन चुकी है। लेंटर भी पड़ा हुआ है। जो, दो-तीन दिन में खुलेगा।