यूपी के इस जिले में राजस्व वसूली में लापरवाही पर एसडीएम की कार्रवाई, तहसील में दो लेखपाल निलंबित
गुन्नौर में एसडीएम वंदना मिश्रा ने राजस्व वसूली में लापरवाही बरतने पर दो लेखपालों को निलंबित कर दिया और तीन अमीनों के खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज की। लेखपालों पर गलत रिपोर्ट देने का आरोप है जबकि अमीनों पर कम राजस्व वसूली का आरोप है। एसडीएम ने राजस्व और चकबंदी मामलों में लापरवाही बर्दाश्त न करने की चेतावनी दी है।
संसू, जागरण, गुन्नौर। गुन्नौर एसडीएम वंदना मिश्रा ने राजस्व वसूली और जांच रिपोर्ट में लापरवाही बरतने के आरोप में दो लेखपालों को निलंबित कर दिया, जबकि तीन अमीनों के खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज की। कार्रवाई ये तहसील के अन्य कर्मचारियों में खलबली मची हुई है।
एसडीएम वंदना मिश्रा ने हाल ही में राजस्व वसूली की समीक्षा की थी। इस दौरान पाया गया कि अमीन योगेश, वीरपाल और सुभाष ने सबसे कम राजस्व वसूली की है। इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए उनके खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि की कार्रवाई की गई।एसडीएम ने साफ किया कि राजस्व वसूली में किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसी के साथ लेखपालों पर भी शिकंजा कसा गया।
दो लेखपाल निलंबित
तहसील में तैनात लेखपाल संजय, जो वर्तमान में ईशमपुर डांडा और असदपुर गांवों की जिम्मेदारी संभाल रहे थे, उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई। कुछ माह पूर्व रजपुरा थाना क्षेत्र के मढ़ावली गांव में पट्टे की जमीन की पैमाइश के दौरान उन्होंने सही रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की थी। इस मामले की शिकायत सामने आने पर एसडीएम ने जांच करवाई और दोषी पाए जाने पर निलंबन का आदेश जारी कर दिया।
इसी तरह चकबंदी विभाग में तैनात लेखपाल विकास पर भी कार्रवाई हुई। एसीओ नरेंद्र ने बताया कि विकास ने चकबंदी बंदोबस्त अधिकारी के समक्ष रिपोर्ट सही तरीके से प्रस्तुत नहीं की थी। इस गड़बड़ी के चलते उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है।
एसडीएम वंदना मिश्रा ने कहा कि राजस्व और चकबंदी से जुड़े मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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