पुलिस चौकी में 5 बच्चों के पिता की मौत, स्वजन बोले- दवा भी नहीं खाने दी और जबरन पकड़कर ले गए... शव रखकर हंगामा
संभल के रायसत्ती पुलिस चौकी में 45 वर्षीय मजदूर इरफान की मृत्यु ने विवाद खड़ा कर दिया। पुलिस ने उसे छह लाख के लेन-देन मामले में चौकी लाया जहां उसकी हालत बिगड़ने पर अस्पताल में मृत घोषित किया गया। स्वजन ने पुलिस पर टार्चर का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। पुलिस का दावा है कि मृत्यु हृदय गति रुकने से हुई।

जागरण संवाददाता, संभल। छह लाख रुपये लेनदेन के मामले में पुलिस द्वारा उठाए गए एक पल्लेदार की थाना नखासा क्षेत्र की चौकी रायसत्ती में मृत्यु हो गई। घटना से क्षुब्ध स्वजन व मुहल्ले के लोगों ने शव को चौकी में रखकर हंगामा किया। पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई।
घटना की जानकारी मिलते ही एसपी केके बिश्नोई, एएसपी श्रीशचंद्र व सीओ कुलदीप कुमार मौके पर पहुंच गए। स्वजन को समझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल इस प्रकरण में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जबकि स्वजन संबंधित पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
इरफान का परिवार
मुहल्ला खग्गू सराय में परियों वाला मंदिर के पास में 45 वर्षीय इरफान का परिवार रहता है। इरफान पल्लेदारी का काम करता था लेकिन, पिछले कुछ समय से बीमार रहने की वजह से काम छोड़ रखा है। उसके पांच बच्चे हैं पत्नी रेशमा भी हैं। इरफान की एक बहन शफीका बेगम मुहल्ला भुर्जियों वाला में रहती है। उस बहन के तीन बेटे हैं।
अपने मकान के बंटवारे में बहन शफीका बेगम ने इरफान की गवाही में एक बेटे को छह लाख रुपये दिए थे। आरोप है कि वह बेटे न तो मकान खाली कर रहा है और न ही छह लाख रुपये वापस दे रहा है। इस प्रकरण में शफीका बेगम ने सोमवार को रायसत्ती पुलिस चौकी पर एक शिकायती पत्र देकर इरफान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। क्योंकि इरफान की गवाही में पैसे दिए गए थे।
संभल रायसत्ती पुलिस चौकी पर मजदूर की मौत के बाद स्वजन को समझााते सीओ। जागरण
इरफान की एकदम बिगड़ी हालत
इसी सिलसिले में चार पुलिस कर्मी इरफान के घर पहुंचे और उठाकर चौकी में ले आए। जैसे ही पुलिस कर्मी इरफान को लेकर चौकी पर पहुंचे तो एकदम उसकी हालत बिगड़ गई। आनन-फानन में पुलिस कर्मी उसे लेकर अस्पताल पहुंचे तो वहां पर मृत घोषित कर दिया।
संभल रायसत्ती पुलिस चौकी पर हंगामा करते इरफान के स्वजन। जागरण
उधर, इरफान की मौत होने के बाद परिवार व मुहल्ले के लोगों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने चौकी में पहुंचकर हंगामा करना शुरू कर दिया। पुलिस कर्मियों पर आरोप लगाया कि इरफान को घर पर दवा भी नहीं खाने दी और जबरन पकड़कर चौकी ले गए। उसे टार्चर किया।
मजदूर की मौत के बाद रायसत्ती पुलिस चौकी पर जमा लोगों की भीड़। जागरण
महिलाओं ने चौकी के सामने सड़क पर खड़े होकर हंगामा किया। जिसकी वजह से जाम लग गया। फिर पुलिस अधिकारियों ने कुछ संभ्रांत लोगों के साथ मिलकर आक्रोशित लोगों को समझाकर मामला शांत किया और शव को पोस्टमार्टम भिजवाया। उधर, इरफान की पत्नी रेशमा व बेटे अफनान की मांग है कि जो, दारोगा सहित चार पुलिस कर्मी उन्हें उठाकर लाए थे। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
एक दिन पहले मुरादाबाद में हुआ था आपरेशन
इरफान पल्लेदारी का काम करता था और वह हार्ट का भी मरीज था। उसकी पत्नी रेशमा ने बताया कि एक दिन पहले ही इरफान की नाक का ऑपरेशन हुआ था। मुरादाबाद के अस्पताल से रात ही घर आए थे। आरोप है कि जब पुलिस कर्मी घर पर गए थे तो उसकी पत्नी ने पुलिस कर्मियों ने दवा खिलवाने का समय मांगा था लेकिन, पुलिस कर्मी डाट-फटकारते हुए उसे ले गए और जब चौकी में मौत हुई तो सभी पुलिस कर्मी छोड़कर गायब हो गए।
इरफान के खिलाफ उसकी बहन ने शिकायती पत्र दिया था। जिसके आधार पर पुलिस कर्मी उसे लेकर आए थे। पुलिस कर्मियों ने उसे दवा भी दिलवाई है और अस्पताल भी लेकर गए थे। टार्चर करने का आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। चौकी में कैमरे भी लगे हुए हैं। उन्हें भी दिखवा लेंगे। इरफान हार्ट का मरीज था और प्रथम दृष्टया ह्दय गति रूकने की वजह से ही मौत होने की बात लग रही है। बाकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद देखा जाएगा। पुलिस जब उसे लेकर आई थी तो उसका पुत्र भी साथ था। -कृष्ण कुमार बिश्नोई, पुलिस अधीक्षक, संभल।
माहौल बिगड़ने की आशंका में आरएएफ, आरआरएफ और पीएसी पहुंची
थाना नखासा क्षेत्र की पुलिस चौकी रायसत्ती में मौत के बाद जब काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी तो पुलिस तुरंत हरकत में आ गई। क्योंकि संभल अतिसंवेदशील श्रेणी में है। हिंसा को लेकर पुलिस-प्रशासन काफी अलर्ट है। लेकिन, सोमवार को चौकी पर मामला होने के बाद आरएएफ, आरआरएफ और पीएसी जवान के साथ-साथ थाना असमौली, नगर कोतवाली आदि की पुलिस फोर्स भी पहुंच गई।
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