फर्जी सिपाही का एक और चौंकाने वाला कारनामा, पुलिस जांच में छह साल पहले किया फर्जीवाड़ा भी आया सामने
नकली पिस्टल और वर्दी के साथ शहर में लोगों को धमकाकर वसूली करने वाले फर्जी सिपाही का एक और कारनामा सामने आया है। पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपित ने छह साल पहले अमरोहा के जोया क्षेत्र में रहने वाली एक महिला सफाईकर्मी के साथ भी फर्जीवाड़ा किया था।

सौरव प्रजापति, संभल। नकली पिस्टल और वर्दी के साथ शहर में लोगों को धमकाकर वसूली करने वाले फर्जी सिपाही का एक और कारनामा सामने आया है। पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपित ने छह साल पहले अमरोहा के जोया क्षेत्र में रहने वाली एक महिला सफाईकर्मी के साथ भी फर्जीवाड़ा किया था।आरोपित ने छह साल पहले सफाईकर्मी को खुद को असली पुलिसकर्मी बताते हुए प्रेमजाल में फंसाया और फिर विवाह कर लिया। बाद में आरोपित की सच्चाई सामने आई तो महिला उसे छोड़कर चली गई।
उधर, आरोपित हरिद्वार में एसओजी का फर्जी दारोगा बताते हुए पकड़ने के बाद जेल भी भेजा गया था।
बता दें कि गुरुवार को कबाड़ का कारोबार करने वाले मुहल्ला चौधरी सराय निवासी गय्यूर अहमद ने अवैध वसूली करते हुए एक व्यक्ति को पकड़वाया था। इस युवक ने पुलिस की खाकी वर्दी पहन रखी थी और बैच के साथ-साथ नेम प्लेट पर विशनु बाबू तथा नाम के ऊपर पीएनओ नंबर 192501248 लिखा हुआ था।
उत्तर प्रदेश पुलिस का लोगो के साथ कमर पर डोरी से नकली पिस्टल लगाए हुए था। आरोपित खुद को सिपाही बताते हुए कहा कि पांच हजार रुपये की मांग कर रहा था और न देने पर उलटे सीधे केस में फंसा कर गोली मारकर एनकाउंटर करने की धमकी भी दे रहा था।
पुलिस पूछताछ में आरोपित ने अपना नाम विष्णु पुत्र चंद्रपाल यादव निवासी पुसावली थाना जुनावई बताया था। तब पुलिस ने आरोपित के खिलाफ केस दर्ज कर चालान कर दिया था। इस मामले में अब पुलिस की जांच चल रही है। जब पुलिस ने आरोपित के भाई से जानकारी जुटाई तो अन्य कई चौंकाने वाली बात सामने आई है।
पता चला है कि आरोपित नशे का आदी है और उसने लगभग छह साल पहले अमरोहा के जोया क्षेत्र निवासी एक महिला सफाई कर्मी को खुद को सिपाही बताकर पहले प्रेमजाल में फंसाया था और फिर उसके साथ विवाह भी कर लिया था। सच्चाई पता लगने पर महिला छोड़कर चली गई थी।
उधर, जो नौ-अंकीय पीएनओ नंबर नेम प्लेट पर लिखा था वो, भी फर्जी पाया गया है। पुलिस कर्मी बनने के सवाल पर आरोपित ने पुलिस को बताया कि वह इसलिए पुलिस बनता था कि आसानी से लोगों को धमकाया जा सकता है। इंटरनेट मीडिया पर ही वर्दी के मानक देखकर सिलवाई थी।
फर्जी सिपाही के प्रकरण में जांच चल रही है। वर्दी किससे बनवाई और कब तैयार कराई। इसके बारे में भी पता कराया जा रहा है। महिला सफाई कर्मी को सिपाही बता प्रेमजाल में फंसाकर शादी करने की बात भी सामने आई है। इस बिंदू पर भी जांच चल रही है। जरूरत पड़ने पर संबंधित महिला से भी जानकारी की जाएगी।- आलोक भाटी, सीओ, संभल।
भाई बोला, साहब भेज दो जेल, बहुत परेशान हैं
संभल: फर्जी सिपाही को पकड़ने के बाद जब पुलिस ने आरोपित से मोबाइल नंबर लेकर भाई से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि साहब, इसे जेल भेज दीजिएगा। हम बहुत परेशान हो चुके हैं और कई सालों से हरकतों को झेल रहे हैं। काफी समझा चुके हैं मगर, ये अपने आप को बदलना नहीं चाहता है। इसलिए अब उसे जेल में ही रहने दिया जाएं।

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