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    टॉय गन दिखाकर लोगों को एनकाउंटर की धमकी दे रहा था ये 'सिपाही', पुलिस ने पकड़ा तो सच्‍चाई जान सब रह गए दंग

    Updated: Fri, 07 Nov 2025 02:48 PM (IST)

    फर्जी पुलिस कर्मी बनकर लोगों को ठगने वाले आरोपित का यह पहला कारनामा नहीं है। इससे पहले वह उत्तराखंड के हरिद्वार में एसओजी का फर्जी दारोगा बनकर पकड़ा गया था। लेकिन, वहां पर उसके खिलाफ कोई केस नहीं हुआ बल्कि माफी मांगने पर छोड़कर दिया गया था। इतना ही नहीं बुलंदशहर के नरौरा थाने में भी आरोपित विष्णु के खिलाफ 2024 में जानलेवा हमला का एक केस दर्ज है। 

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    जागरण संवाददाता, संभल। फर्जी पुलिस कर्मी बनकर लोगों को ठगने वाले आरोपित का यह पहला कारनामा नहीं है। इससे पहले वह उत्तराखंड के हरिद्वार में एसओजी का फर्जी दारोगा बनकर पकड़ा गया था। लेकिन, वहां पर उसके खिलाफ कोई केस नहीं हुआ बल्कि माफी मांगने पर छोड़कर दिया गया था। इतना ही नहीं बुलंदशहर के नरौरा थाने में भी आरोपित विष्णु के खिलाफ 2024 में जानलेवा हमला का एक केस दर्ज है। खास बात यह है कि आरोपित के पास से पकड़ी गई नकली पिस्टल (टॉय गन) की धमक से वह पिछले एक महीने से संभल शहर में ठांय-ठांय यानी धमका रहा था। आरोपित ने बहजोई में तीन हजार रुपये की वर्दी भी सिलवाई थी।

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    चौधरी सराय के रहने वाले मोहम्मद अकीब ने बताया कि वह भी कबाड़ का कारोबार करता है और आरोपित फर्जी सिपाही लगातार कई दिन से उनकी दुकान पर पहुंचता था और पैसों की मांग करते हुए न देने पर जेल भेजने की धमकी भी देता था। लेकिन, गुरुवार को जैसे ही ये सिपाही आया तो उसने वर्दी वाले जूते भी नहीं पहन रखे थे।

    उसी वजह से शक हुआ तो मिलकर पकड़ा है। ऐसे ही कारोबारी फैजान ने बताया कि आरोपित की बोलचाल करने में भी अलग सा अंदाजा हो रहा था। ये आरोपित न सिर्फ कबाड़ का काम करने वाले लोगों को परेशान कर रहा था बल्कि चौराहे पर ठेला लगाने वालों से भी पैसों की मांग करता था। जब यह आरोपित पकड़ा गया तो पीड़ित काराेबारी थाने में पहुंचकर और पुलिस को पूरी जानकारियां दीं।

     

    गढ़मुक्तेश्वर से ट्रांसफर, असमोली में तैनानी और चौधरी सराय चौकी के पास डेरा


    संभल: फर्जी सिपाही काफी चालाक था। जब वह कबाड़ के कारोबारियों के पास पिछले कुछ दिनों से जा रहा था तो कारोबारियों ने उसकी डयूटी के बारे में पूछा तो आरोपित ने बताया कि वह हाल ही में हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर थाने से ट्रांसफर होकर आया है। इसके बाद उसने एक मामले में चौधरी सराय चौकी के प्रभारी को फोन कर असमोली में खुद की तैनाती बताते हुए सिफारिश की। जबकि सच्चाई यह है कि आरोपित चौधरी सराय पुलिस चौकी के पास में ही अपना डेरा जमाए रहता था। हसनपुर मार्ग पर चल रहे संभल महोत्सव में भी आरोपित कई बार देखा गया है।