लोन एप से ठगी, अश्लील फोटो से ब्लैकमेलिंग... साइबर ठगी में संभल पुलिस कर रही कॉल सेंटरों पर छापेमारी!
संभल पुलिस साइबर ठगी के मामलों में कॉल सेंटरों की जांच कर रही है। ये गिरोह ऐप डाउनलोड करवाकर लोगों के डेटा का इस्तेमाल करते हैं और लोन के नाम पर ब्लैकमेल करते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से अश्लील फोटो बनाकर रिश्तेदारों को भेजकर वसूली करते हैं। पुलिस ने कई गिरफ्तारियां की हैं और जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है ताकि सभी कनेक्शन उजागर हो सकें।

संवाद सहयोगी, जागरण, बहजोई/संभल। संभल पुलिस ने उन गिरोहों का पर्दाफाश कर लिया है जो फ्लैश मैसेज के जरिए मोबाइल में एप्लीकेशन डाउनलोड करवाकर लोगों के पर्सनल डाटा तक पहुंच बना लेते थे और फिर लोन चुकाने के नाम पर उन्हें ब्लैकमेल करते थे। अब पुलिस अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए उन काल सेंटरों की तलाश में जुटी है जहां यह गिरोह सक्रिय रूप से काम कर रहे थे।
पुलिस को आशंका है कि इन कॉल सेंटरों में बड़ी संख्या में लोग शामिल होकर ठगी का यह कारोबार चला रहे हैं। जांच में सामने आया है कि गिरोह पीड़ितों के मैसेज बॉक्स, इमेज फोल्डर और गैलरी से फोटो लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से अश्लील फोटो बनाते थे और फिर उन्हें पीड़ित के सगे संबंधियों तक भेजकर ब्लैकमेल करते थे।
इस तरह लोगों को मानसिक दबाव में डालकर उनसे वसूली की जाती थी। पुलिस ने अब ऐसे काल सेंटरों की पड़ताल शुरू कर दी है जो इस तरह की अवैध गतिविधियों का अड्डा बने हुए हैं और करोड़ों रुपये का खेल संचालित कर रहे हैं।
साइबर ठगी में पुलिस खंगाल रही कॉल सेंटर के कनेक्शन
विदित रहे कि जिले की रजपुरा पुलिस दो दिन पूर्व ही एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश कर चुकी है, जिसके सदस्य फ्लैश मैसेज के जरिए ऐप डाउनलोड कर कराके पहले लोगों के मोबाइल की डाटा को एक्सेस कर लेते थे और उसके बाद उसके अश्लील कंटेंट के भेजकर ब्लैकमेल कर वसूली करते थे।
पुलिस ने इन आरोपितों को किया था गिरफ्तार
इस संबंध में पुलिस ने कोतवाली चंदौसी के इंदिरा कॉलोनी के बाबू यादव, हयात नगर थाना क्षेत्र के गांव धनेटा सोतीपुरा के दिनेश कुमार हयात नगर के ही गांव ऐंचोली के अभिषेक राघव व नितिन और बदायूं जिले के थाना बिसौली के गांव भानपुर के मोहित शर्मा को गिरफ्तार किया था, जिनका मुख्य सरगना बाबू यादव का भाई मोनू यादव अभी फरार है।
लोन एप के नाम पर ठगी और अश्लील फोटो भेजकर ब्लैकमेलिंग का मामला
पुलिस का कहना है कि पुलिस ने कई संदिग्ध स्थानों को चिह्नित किया है और तकनीकी टीम भी लगातार नेटवर्क ट्रेस कर रही है ताकि गिरोह के सभी बाहरी कनेक्शन उजागर किए जा सकें। गिरोह का नेटवर्क स्थानीय स्तर से लेकर बड़े शहरों तक फैला हुआ हो सकता है। संभल पुलिस की जांच का दायरा न सिर्फ जनपद बल्कि अन्य जिलों और राज्यों तक बढ़ाया जा रहा है ताकि किसी भी काल सेंटर से जुड़े ठग बच न पाएं।
ऐप डाउनलोड कराके लोन लेने और वसूलने के नाम पर ब्लैकमेलिंग और अश्लील कंटेंट के नाम पर ब्लैकमेलिंग करने वाले गिरोह के पांच सदस्य पहले ही गिरफ्तार कर चुके हैं। एक मुख्य सरगना गिरफ्तार करने का प्रयास जारी है, हालांकि पुलिस अब काल सेंटर और अन्य जगहों से इस गिरोह के कनेक्शन को खंगाल रही है। निशांत राठी, थाना प्रभारी रजपुरा।
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