12 घंटे तक बैंक में बैठी रही सीबीआई, सुबह होते ही ब्रांच मैनेजर को साथ ले गई टीम… शहर में होती रही चर्चा
संभल में सीबीआई ने प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक और फील्ड ऑफिसर को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। एक व्यापारी की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने 12 घंटे तक बैंक में जांच की और सुबह होते ही ब्रांच मैनेजर को साथ ले गई। यह घटना शहर में चर्चा का विषय बनी रही।

जागरण संवाददाता, संभल। ऋण दिलाने के नाम पर रिश्वत मांगने के मामले में सीबीआई ने मंगलवार शाम चंदौसी के संभल गेट स्थित प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक की शाखा पर छापा मारा था।
टीम ने ब्रांच मैनेजर पिंकेश कुमार और फील्ड आफिसर शैलेन्द्र सिंह को रंगे हाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया और लंबी पूछताछ के बाद सुबह चार बजे अपने साथ लेकर चली गई। लगभग 12 घंटे चली सीबीआई की जांच नगर में चर्चा का विषय बनी रही।
चंदौसी के एक व्यापारी ने सीबीआई को शिकायत दी थी कि व्यवसाय को बढ़ाने के लिए उनकी बहन ने मुख्यमंत्री युवा रोजगार योजना के तहत नगर के संभल गेट स्थित प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक से तीन लाख रुपये के लोन का आवेदन किया था।
बैंक ने कुल 2.70 लाख रुपये की ऋण राशि स्वीकृत की, जिसमें से 1,82,500 रुपये ही उनके खाते में जारी किए गए, जबकि शेष राशि रोक दी गई। शिकायतकर्ता का आरोप है कि बैंक के शाखा प्रबंधक और फील्ड ऑफिसर ने शेष राशि जारी करने के लिए 30,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी।
सीबीआई मंगलवार दोपहर डेढ़ बजे नगर में पहुंची और साढ़े चार बजे बैंक मैनेजर व फील्ड आफिसर को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। कार्रवाई के दौरान टीम ने बैंक से सभी उपभोक्ताओं को बाहर निकालकर अंदर कर लिया।
बताया जा रहा है कि टीम ने शाखा प्रबंधक के आवास विकास स्थित आवास पर भी छापेमारी की और काफी रिकार्ड कब्जे में लिए। साथ ही बैंक की सीसीटीवी फुटेज भी चेक की गई।
रात लगभग 11 बजे टीम ने बैंक में ही भोजन किया और उसके बाद सुबह चार बजे तक मैराथन जांच चलती रही। टीम के एक सदस्य ने बताया कि छापेमारी में 30 सदस्य शामिल थे।
एक टीम यहां थी, जबकि बाकी सदस्य उन स्थानों से जानकारी जुटा रहे थे, जहां पिंकेश ने पूर्व में कार्य किया था। देर रात दोनों अधिकारियों के स्वजन को भी शाखा में बुला लिया गया। सुबह तड़के चार बजे के आसपास टीम दोनों को अपने साथ ले गई।
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